Book Title: Shraman Atit ke Zarokhe me
Author(s): Shivprasad, Vijay K Jain, Sudha Jain, Asim Mishra
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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२६०
श्रमण : अतीत के झरोखे में
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अंक
ई० सन् १९७८ १९९१
पृष्ठ । २३-३० २५-३४
७-१२
१९५७
८-११
लेख संप्रतिकालीन आहाड़ के मंदिर का जीर्णोद्वार-स्तवन सूडा सहेली की प्रेमकथा भाई लाल जैन अलबर्ट स्वीट्जर भागचन्द जैन जीवन संग्राम बौद्ध एवं जैन अहिंसा का तुलनात्मक अध्ययन भगवान् महावीर के समसामयिक आचार्य महाकवि हस्तिमल्ल विदेशों में जैन साहित्य : अध्ययन और अनुसंधान श्रमण संस्कृति में अहिंसा के प्राचीन संदर्भ
२६-२७
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१९५८ १९८१ १९६३ १९६३ १९८२ १९७० १९७० १९७५
९-१६ ४७-४९ १६-२८ ३-९ १०-१७ ३-१३
श्रमण-साहित्य में वर्णित विविध सम्प्रदाय भारती कुमारी प्रद्युम्नचरित में प्रयुक्त छन्द- एक अध्ययन भिखारीराम यादव जैन तर्क शास्त्र के सप्तभंगी नय की आगमिक व्याख्या जैन दर्शन में अनेकान्तवाद का स्वरूप
७-९
१९९७
६८-८०
१-२६
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१९८८ १९८१