Book Title: Shraman Atit ke Zarokhe me
Author(s): Shivprasad, Vijay K Jain, Sudha Jain, Asim Mishra
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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श्रमण : अतीत के झरोखे में
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लेख
अंक
ई० सन्
पृष्ठ
२
१९५४ १९५३
२१-२६ १३-१६
7
धनदेव कुमार 'सुमन' ऐसा क्यों? जैन शिक्षण संस्थाओं में धार्मिक शिक्षा धनपति डंकलिया प्रज्ञाचक्षु पं० सुखलाल संघवी धनीराम अवस्थी संस्कृत काव्यशास्त्र के विकास में प्राकृत की भूमिका धन्यकुमार राजेश क्या रामकथा का वर्तमान रुप कल्पित है
१९५६
३७-३९
3
१९८५
२-९
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)
१९६९ १९७०
जैन
१९७०
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आचारशास्त्र की गतिशीलता का समाजशास्त्रीय अध्ययन जैन और वैदिक साहित्य में पराविद्या जैन परम्परा में ध्यान योग जैन पुराणों में पुनर्जन्म की कथायें
१९७० १९७० १९७३ १९७१
१०-१९ १८-२७ ३-१२ ५-१५ ९-१६ २३-३१ १०-१५ ५-१७ ३-१३ १४-२१
१९७१
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जैन पौराणिक साहित्य में युद्ध पौराणिक साहित्य में राजनीति महावीर निर्वाण सम्वत् में शताब्दियों की भूल
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१९७० १९७१