Book Title: Shraman Atit ke Zarokhe me
Author(s): Shivprasad, Vijay K Jain, Sudha Jain, Asim Mishra
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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श्रमण : अतीत के झरोखे में।
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लेख
अंक ९
ई० सन् १९८१
१८९ पृष्ठ २-४
११
१९५९ १९५१ १९५७
२२-२४ २८-३२ १५-१८ ६९-७२
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१९५८
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१९६३
३५-३६
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भगवान् महावीर और उनके द्वारा प्रतिपादित धर्म ऋषभदास रांका एकता की ओर एक कदम मंदिरों के झगड़े और जैन समाज संस्कृति की दुहाई समता के प्रतीक महावीर
ओमप्रकाश अग्रवाल श्री अतरचन्द जैन ओमप्रकाश सिंह अकबर और जैनधर्म आज का युग महावीर का युग है साध्वी श्री कनकप्रभा आचारांग के कुछ महत्त्वपूर्ण शब्द | मुनि कनकविजय नेपाल के शाहवंश और उनके पूर्वज मुनिश्री कन्हैयालाल 'कमल' आगमों के आनुयोगिक-वर्गीकरण
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१९८२ १९५८
५६-६० ३०-३४
१-२
१९६६
६१-६४
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