________________
Jain Education International
अंक
श्रमण : अतीत के झरोखे में लेखक डॉ० मोहनलाल मेहता डॉ० प्रकाशचन्द्र जैन श्री अभयकुमार जैन श्री मारुति नन्दन प्र० तिवारी श्री रमेश मुनि शास्त्री श्री भूरचन्द जैन
२८
४
ई० सन् १९७७ १९७७ १९७७ १९७७ १९७७ १९७७
पृष्ठ ३१-२४ ३-८ ९-१८ १९-२१ २२-२६ २७-२९
२८
१०८ लेख अकलंकदेव की दार्शनिक कृतियाँ आदीश जिन गुणस्थान-मनोदशाओं का आध्यात्मिक विश्लेषण जैनसाहित्य और शिल्प में रामकथा शब्दों की अर्थमीमांसा ऐतिहासिक जैन तीर्थ नांदिया प्राकृतभाषा के कुछ ध्वनि-परिवर्तनों की ध्वनि वैज्ञानिक व्याख्या अन्तराल गति श्रावस्ती का जैन राजा सुहलदेव प्राकृत हिन्दी कोश के महान् प्रणेता : पं० हरगोविन्ददास माणिक्यनन्दिविरचित परीक्षामुख Sixteen Vidyadevis as depicted in Temple at Kumbharia प्राचीन प्राकृत ग्रन्थों में उपलब्ध भगवान् महावीर का जीवन-चरित त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित में गणधरवाद व्युत्सर्ग आवश्यक
me » » » » 33 3 3
२८
For Private & Personal Use Only
३-७
डॉ० देवेन्द्रकुमार जैन डॉ० बशिष्ठ नारायण सिन्हा श्री गणेशप्रसाद जैन श्री अगरचंद नाहटा डॉ० मोहनलाल मेहता
२८
५
१९७७ १९७७ १९७७ १९७७ १९७७
८-१३ १४-१८ १९-२२ २३-२४
Dr. Harihar Singh
१९७७
२५-३२
२८
३-१०
डॉ० के० आर० चन्द्र कु० मंजुला महेता श्री रमेशमुनि शास्त्री
3 www
www.jainelibrary.org
२८
१९७७ १९७७ १९७७
११-१६
२८
१७-२०