Book Title: Puratan Jain Vakya Suchi 01
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 202
________________ पुरातन-जैनवाक्य-सूची अट्ट गुणिज्जा वामे गो० क० ८४६ अट्ठत्तरि अधियाए तिलो० प० ४-५७६ अद्वगुणिढिविसिट्टा तिलो० सा० २१६ अत्तरि संजुत्ता तिलो. १०४-२३८२ अट्टगुणिदेगसेढी तिलो० ५० १-१६५ अत्तरि सहस्सा तिलो० प०४-२६१६ अट्ठचउएक्कअडणभ या तिलो. प०४-२८८१ अत्तरीहिं सहिया गो० क. ५०६ अट्ठचउछक्कएका तिनो० म०७-२५१ अकृत्तालसहस्सा तिलो० प०७-३६६ अट्ठचउदुतितिमत्ता तिलो. प०७-१२ अट्ठत्तालसहस्सा तिलो० ५० ७-३५१ अट्ठचउरटुवीसे पंचसं० ५-२२२ अट्टत्तालसहस्सा तिलो. प० ४-६३ अट्ठचउरेयवीसं पसं०५-३६२ अट्टत्तालं दुसरं तिलो. प०२-१११ अट्रच उसत्तपणचउ- तिलो० ५० ४-२८३२ अत्तालं लक्खा तिलो० प० ७-६०३ अट्ठ चदु णाणदसण दवस० गय० १४ अत्ताला दीवा तिलो० प०४-२७१७ अट्ट चदु पाणदसण दन्वसं० ६ / अट्ठत्तिय दोगिण अंबर तिलो० ५०४-२६५६ अट्टचदुदुगसहस्सा तिलो. १०८-३०६ अट्टत्तीसद्धलवा गो० जी० ५७४ अट्ठञ्चिय जोयणया तिलो० ५० ४-१६४१ अट्ठत्तीसद्धलवा जंबू०प०१३-६ अट्ठच्चिय लक्खाणि तिलो०५०८-७० अटुत्तीससदाइ जंबू०प० ११-२६ अट्ठच्चिय लक्खाणि तिलो. प०८-७१ | अट्ठत्तीससहस्सा गो० क० ५०५ अटुच्चिय लक्खाणिं तिलो० ५० ७-६०१ अत्तीससहस्सा पंचसं० ५-३८१ अट्ठ छ अट्ठय छद्दो तिलो. प०४-२६६४ / अट्ठत्तीससहस्सा तिलो. प०७-५८२ अट्ठछचउदुगदेयं तिलो. प० १-२७६ अट्टत्तीससहस्सा तिलो. १०४-१६६८ अछणवणवतियचउ- तिलो० ५० ४-२८८ अहत्तीसं लक्खा तिलो० ५०८-२४५ अट्ठ छदु अट्ठ तिय पण तिलो० ५० ४-२६३८ अट्टत्तीसं लक्खा तिलो. प०२-११५ अट्ठकम्मरहियं ____ जंबू० प. १०-१०२ | अट्ठत्थाणं सुरणं तिलो०५०४-१. अट्ठकम्मरहियं जंबू० ५० १२-११३ | अदलकमलमज्झे णाणसा०२६ अट्ठरेहछिण्णे रिहस० २०४ | अट्ठदलकमलमज्झे वसु० सा० ४७० अट्ठसहस्साणिं तिलो० प०४-१८८६ अट्ठ दस पंच पच य धम्मर० १८३ अट्ठसिहरसहिओ जंवू० ५० १-१७४ अट्ठदसं अहियाणं सुदख०७८ अट्ठा कोडीओ जंबू०प०४-८७ | अट्ठदसहत्थमत्तं . वसु० सा०३६३ अट्ठट्ठा कोडीओ जवू० प० ११-३०१ । अट्ठदुगतिगचदुक्के कसायपा०३७ अट्ठी बत्तीसं . पसं० ५-३१४ तिलो. प०४-२८४६ अहदी सत्तरस य तिलो० सा० ४०२ अट्ठदुणवेकअट्ठा तितो. प. ७-३१६ पंचसं ५-३१६ अट्टी सत्तसया सत्ता तिलो०प०-३३४ अट्रड तिय णभ छहो तिलो० प० ४-२६८१ अट्ठपदेसे मुत्तूण भ० पारा० १७७६ अट्ठणवणभचउक्का तिलो० ५० ४-२६१४ | अट्टाहियसहस्सं तिलो० ५०४-१८७२ अट्ठएणव उवमाणा तिलो० प०८-४६ अट्टमए अट्टविहा तिलो० प० ४-८५६ अट्ठएहमणुकस्मो पंचसं० ४-४३८ अट्टमए इगितिसया तिलो प०४-१४३० तिलो०प०४-४६४ अट्ठएहं आदिएणे छेदपिं० २३७ / अट्टमए णाक्गदे तिलो०प०१-३ गो. जी. ४५२ अट्टण्हं फम्माण अट्ठण्हं जमगाणं जंबू०प०११-७६ / अट्टमछट्टचउत्थे तिलो० सा० ७६५ अट्टराई जमगाणं जं० प० ११-३० / अट्ठमठाणम्मि ससी रिट्ठस० २४२ अट्ठण्हं देवीणं तिलो. सा० ५१२ | अट्टमवग्ग उत्थं णाणसा० २१ अट्टएहं पि य एवं गो. क. १६१ / अहम भरहकूडा जं० प०२-५९

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