Book Title: Puratan Jain Vakya Suchi 01
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust
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पारद
पंचमि पंचम वामविहिं
पचमिए छट्टीए
पंचमिए पुढचीए पंचमिपदो सममए पचमु जसु कञ्चास पंच य अव्वदाइ पचय अन्वयाई पंच य. इंदिय पारणा
पच य इदियपारणा पचय तिखिग् य दो छक्क
प्राकृतपद्यानुक्रमणी
मूला० ११४६
पंचसदा, रूणा
वसु० सा० ३६२ | पचसमिदा तिगुत्ता' तिलो० प० ५ - १६५ | पंचसमिदो तिगुत्तो मुला० १०५६ | पंचसमिदो तिगुत्तो + तिलो० प० ४–१२०१ | पंचसमिदो तिगुत्तो+ पंचसयगामजुत्ता पचसयन्त उस याणि पचसयचावतुगा
सावय० दो० १४
भ० श्रारा० २०७६
धम्मर० १४२
मूला० ११११
पचसयचावरुदा
तिलो० प० ३ - १८६ | पचसयजोय गाई कसायपा० ११ पचसय जोया रंग
पचय महव्वयाई
मूला० २ | पंचसयजोयणागि पंचसयजोयणागि
कम्मप० ६१
पंच य वरणस्सेद पंचय विदियावरणं पचय सरीरवरणा पंचरस पंचवरणा पचरस पंचवरणा पचरस-पंचवण्णेहिं
पचस० ४-४०७ | पंचसयजोय रणाणि ' कम्मप० ७० पंचसयोयणारिण गो० जी० ४७८ | पंचसयजोया रंग मूला० ४१८ पंचसयधणुपमाणो पंचसय महियाई परम० प० १-६३ | पचसय रायसामी
पचस० ४-४८६
पंच वि इंदिय ऋणु मरणु पच विइदियपारणा *
, पचस० १-४६
पंच वि इदियपारणा *पंच वि इदियपारणा *
तिलो० प०२-२७७ बोधपा० ३५
|
पच वि इंदियपारणा * पवयणसा०२ - ५४ ३ (ज)
पंच वि इंदियपारणा -
गो० जी० १२६
t
पंच वि इंदियमुडा
मूला० १२१ पंचस० १-३६
पंच वि थावरकाया पंच - विदेहे सट्ठी तिलो० प० ४-२६३३ | पच-विदेहे सहिसमरणढ- तिलो० प०५-२००
पंचविधच दुविधेसु य
गो० ० ५१७
पंचविधे हारे पंचविहलचाय पंच- वित्ते इच्छिय पचविहं चारित्तं
पचविहं जे सुद्धि
पचविहं जे सुद्धि
पचविहं ववहार पंचविहे. अडचउएगापंचविसंसारे पंचविहो खलु भणिश्रो पचसए छत्री से
पचस्था श्रायामा
पंचसयाई धररिंग पंचसया उच्चत्तं पंचसया छव्वीसा पंचसयाणं वग्गो पंचसयाणि धरण
1
पंचसया तेवीस पचसया देवीओ पचसया धरण छेहा पंचसया पण्णत्तरिपचसया पुरणाधियपचसया पण्णाधियपंचसया पुव्वधरा पंचसया बावरणा
भ० श्र० ४२३
भावपा० ७६, तिलो० प० ७-३४५ |
वसु० सा० ३२३ भ० श्ररा० १६४ पचसया महाविज्जा भ० श्रारा० १६५ | पंचसये, पण सट्टे
भ० श्रारा० ४४८
पचसयेहि जुत्ता
पचस० ५-४० | पंचसहस्स जुदा गि
बा० अणु० २४
पचसहस्सा अधिया,
मूला० ५५४ पंचसहस्सा इगस्यदंसणसा० २८ | पंचसहस्सा चसय
(
२०७
तिलो० प० ४-५७५
भ० श्र० १६३१
पचयणसा० ३-४०
पचस० १-१३१
गो० जी० ४७१
जबू० प० ७–४६ तिलो० प०८-३२५ तिलो० प० ४-२२७६ तिलो० प०८-४०१
तिलो० प० १-१४६
तिलो० प० ४-२०१५
तिलो० प० ४ - २१४६ तिलो० प० ४-२२१६ तिलो० ५० ४ - २४७८ तिलो० प० ४-२५८१ तिलो० प० ७-११७
तिलो० प० ४-५८४ तिलो० प० ४- ११०६ तिलो० ५० १- ४५
जबू० प० ४-१३६ तिलो० प० २-२६६
जबू० प० ४-८१
जबृ० प० २-१० तिलो० १०४ - ६५३ तिलो० प० ७-१११
तिलो० प० ४-२१२ तिलो० प०८-३१० कत्ति० श्र० १६८
तिलो० प० ४-४८२
तिलो० प० ४-१४४२
तिलो० ५० ४-१२६०
तिलो० प० ४-११५० तिलो० प० ४-७२४ श्रगप० २- १०२
दी० पट्टा० १५ तिलो० प्र०४-१६८६ तिलो० प० १८ १२६६ तिलो० प० ७ - १८७
तिलो० प० ७-२००
तिलो० प० ४-११३०

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