Book Title: Puratan Jain Vakya Suchi 01
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 494
________________ ३०० पुरातन जैनवाक्य-सूची सूदयडं विदियंगं अंगप० १-२० सेढिानखंजदिमे * पंचस० ४-५१० सूदी सुंडी रोगी मूला० ४६८ सेढिपदस्स असंखं लद्धिसा० ६३० सूरप्पहसूइवट्टी तिलो० ५० ७-२५७ | सेढिपदस्स असंखं लद्धिसा० ६३४ सूरप्पहभद्दमुहा तिलो० ५० ५-१३७६ मेढिपमाणायाम तिलो. प०१-१४६ सूरपुर चदपुर णिच्चु- तिलो० सा० ७०१ सेढिय सत्तमभागो तिलो०प०१-१७० सूरम्मि उग्गमते छेदपि० ७३ / सेढिय सत्तमभागो तिलो० प०१-१७५ सूरस्स य परिबारं सुदखं० २४ / सेढिस्म सत्तभागा जवू०प०१२-६५ सूरस्सायु विमाणे अंगप० २-४ | सेढीअसंखभागो तिलो. प०३-१६४ सूरंगारयभिगुसुय- थाय० ति०४-१२ निलो० प०१-१६४ सूगदो एक्खत्तं तिलो० ५० ७-५३४ तिलो० सा० १३२ सूरादो दिणरत्ती तिलो० सा० ३७६ | सेढीणं विचाले तिलो०प०८-१६८ सूरुदयत्थमणादो मूला० ४६२ सेढीणं विच्चाले • णिरया तिलो० सा० १६६ सुरेण तह य जुत्तो श्राय० ति० ४-२४ | सेढीणं विच्चाले 'विमाणा तिलो. सा० ४७५ सूरो तिक्म्वो मुस्खो भ०श्रारा० ११० | सेढीबद्धे सव्वे तिलो० प०८-१०६ सूरो तिक्खो मुक्खो भ० श्रारा० ११३६ गो० जी० १५६ सूलो इव भित्त जे भ० श्रारा० ६८७ | सेढी सूई पल्ला गो० जी० ५६६ सूवरवणग्गिसोणिद- तिलो० प० २-३२१ सेढी हवंति अंसा जंवृ० ५० १२-६८ सूवरहरिणीमहिसा तिलो. प०८-४५० सेणं अणोरयारं जंबू० ५० ७-१२६ सेो वट्टो अ पहू श्राय० ति. १-७ सेणं हिस्सरिदूणं जंबू० प०७-१३२ से काले अोव्वट्टण लद्विसा० ४५६ सेणगिहथवादि पुरहो तिलो. सा० ८२३ से काले किट्टिस्स य लद्धिसा. २६३ सेवागयपुवावर- तिलो० सा० ४४४ से काले किट्टीयो लद्विसा० १०८ सेवाण पुरजणाणं तिलो० ५०८-२१७ से काले कोहस्स य लन्द्विसा० ५३७ । सेणादेवाणं पुण तिलो० सा० २३६ से काले जोगिजिणो लद्धिसा० ६४२ | सेणामहत्तराणं तिलो० प०५-२२० से काले तदियादो लद्धिसा० ५५० सेणामहत्तराणं तिलो. सा० ६४६ से काले देसवदी लद्धिसा. १७१ सेणामहत्तरा सुज्जेट्ठा तिलो० सा० २८१ से काले माणस्स य लद्धिसा० २६६ सेणावईणमवरे तिलो. सा० ५१८ से काले माणस्स य लद्धिसा० १५१ सेणावई(णा)विधीए जं० प०७-१२२ से काले मायाए लद्धिसा० २७४ सेणावदितणुरक्खा तिलो० सा० ५०० से काले लोहस्स य लद्धिसा० २७८ सेदमलरहिददेहो जबू०प०१३-६५ से काले लोहस्स य लखिसा० ५६१ | सेदमलरेणुकद्दम- तिलो० ५० १-११ से काले सुहुमगुणं लद्धिसा० १७८ सेदरजाइमलेणं तिलो०प०१-५६ से काले सो खीरणकसाओ लद्धिसा० ५६६ सेदादवत्तचिण्हा जंवू० प० ६-५२ से जीवंतह मुहु वि गणि सुप्प० दो० २८ सेदादवत्तणिवहा जबू० ५०४-२७२ सेज्जा संथारं पाणयं च भ० श्रारा० १६६३ सेदादवत्तसिरसा सेज्जोगासणिस्सेज्जा x भ० श्रारा० ३०५ सेदो जादि सिलेसो भ० श्रारा० १०४२ सेन्जोग्गासणिसज्जा ४ मूला० ३६१ सेयजलो अंगरयं तिलो० ५०४-१०६८ सेज्जोवधिसंथारं भ० श्रारा० ४२४ | सेयं भवभयमहणी सेढिअसखेज्जदिमा गो० क० २५२ सेयंसजिणं पणमिय सेढिअसंखेज्जदिमा * गो० क०२५८ से तिलो०प०४-५६७ जबू०प०११-३६० मूला० ७५८ जबू० प०७-१

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