Book Title: Puratan Jain Vakya Suchi 01
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust
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व
वरतोरणेस या वरतोरणेहिं जुत्ता वरदत्तो य वरगो
वरदह सिदादवत्ता वरदहसिवादवत्ता arrat विदे
वरदेवि देवपरा
वरपउमरायकेसर
वरपउमरायपायारवरपउमरायमणिमय
वरपउमरायमणिमय
वर: उमरायमर गय
वरपउमरायचंधूयवरपट्टण विराय
वरपड भेरिमद्दलवरपडहभेरिमद्दल
वर पंचवण्णजुत्ता वर पाडिहेर इसयवरबहुलपरिमलाभो - वरभदसालमज्झे
वरभवणजाणवाहा
वरभवणजाणवाहा
वरभूहरसंकासा
वरमउडकुंडलधरा वरमउडकुडलधरो
वर मडकुडलहरो
वरमज्झजहण्णाणं वरमज्झिमवर भोगज
वरमज्झिमवराणं
वरमणिविभूसिय च वरमुरवदुदुहीओ
वररयणकं चणम
वररय कचणमया
चररयरणकंचाए
वररयकेदुतोरण
वररयणदंडमंडरण
वररयपदंडहत्था
वररयणमज्डधारी
वररयणमोडधारी वररयणविरइदारिण
प्राकृतपद्यानुक्रमणी
जबू० १० ८-५२ | वररयणायरपउरो
जब ० प० ७-१०४
वरवज्जकरणयमरगय
णिव्वा० भ० ४ वरवज्जकवाडजुदा जबू० प० ३-३३ वरवज्जकवाडजुदा तिलो०प०४-६६ | वरवज्जकवाडजुदो तिलो० सा० ७६४ वरवज्जकवाडाणं जबू० प० ४ - २०६ | वरवज्जणीलमरगयवरवज्जमया वेदी - ११३ | वरवज्जरयणमूलो
व० प० १३ - १०७
जबू० प०
जबू० प० ४ - १७५ वरवज्जरयदमरगयजबू० प० ६-१०७ वरवज्जरिसहवइरयजबू० ० ८-७५ |वरवज्जविविहमंगलतिलो० प०८-२५२ | वरवट्टचीणखोमाइयाइँ जबू० प० १-४३ वरवण्णगंधरसफासा जबू० प० ४ - ५८ | वरवयतवेहिं सग्गो जबू० प० ५-६६ | वरवस समारूढो
वरवारएहिं समं (मं) बरवारणमा रूढो वरविरहं छम्मासं वरविविहकुसुम माला
जबू
० प० १०-६२
जबू० प० ४- २१५ वसु० सा० २५७ तिलो० प० ४ - २१२८
|
बा० अणु ० ३ | वरवेदिएहि जुत्ता धम्मर० ५ | वरवेदिएहिं जुत्ता जंबू० प० ३-६४ | वरवेदिएहि जुत्ता जबू० प० ६ - २३ | वरवेदिएहि जुत्ता जंबू ० ० ३ - ६३ | वरवेदिएहि जुत्ता जबू० प० ११-२२३ वरवेदिएहिं जुत्तो तिलो० सा०८८६ वरवेदिएहिं मणिमयतिलो० प० १-२८६ | वरवेदियपरिखित्ते तिलो० ० सा० ६७६ बरवेदिया विचित्ता जबू० १० ११ - ३३० | वरवेदियाहिं जुत्ता धम्मर० १६२ | बरवेदियाहिं रम्मा तिलो० प० ४-२५७ | वरवेदीक डिसुत्ता तिलो० प० ४ - २७४ | वरवेदीक डिसुत्ता तिलो० प०३-२३५ वरवेदी परिखित्ते तिलो० प० ४-७६० वरसति कालमेहा तिलो० प० ४-८४७ वरसालत्रप्पपउरो तिलो० प०८-३६१ चरसालयप्पपउरो तिलो० प० १-४२ वर सिद्धरु परम्मगतिलो० प०३-१२८ वरसिय चाउम्मा सिय तिलो० प० ४-३७ | वरसीहसमारूढो
२५६
जब ०
१० प० ६-४०
जंबू० प० ६-६८ तिलो० प० ४-४४
जबू० प० २-६१ तिलो० प० ४- १५५ तिलो० प० ४-२३५
जबू० प० ८ - १६१
जबू० प० ११-४२
जब० प० ८-११०
जबू० प० ६-१४० जवू० प० ७-१११
वसु० सा० ५०३ वसु० सा० २५६ मुला० १०५३ मोक्खपा० २५ जबू० प० ५-६३ छेदपिं० ३१५ तिलो० प०५-८५ तिलो० सा० ५३० विलो० प० ३- २२५
जबू० प० ५-६१ जंब० प० ६-११८ जबू० प० ८-११२
अबू० प० ६--६०
जबू० प० ६-६४६
जबू० प० ६-६
जव० प० ६-५६ जंब० प० ३ - १६०
जबू० प० ६-१५ तिलो० प० ४-१७६६ तिलो० प० ४-१६१७
तिलो० प० ४-६३
तिलो० प० ४-६७ तिलो० प० ४-२२८ तिलो० स० ६७६
जंबू ० प०८
जबू० प० ८-३५ जबू०
० प० ३-४४ छेदपिं० ११८
जबू० प० ५-६५

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