Book Title: Puratan Jain Vakya Suchi 01
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 469
________________ प्राकृतपद्यानुक्रमणा २७५ सत्ताहियवीसाए पंचस०३-७५ | सत्थं णाणं ण हवइ समय० ३६० सत्ताहियवीसेहि तिलो० ५० १-१६७ सत्थ बहलं लेवड भ० श्रारा० ७०० सत्तीए भत्तीए भ० श्रारा० ३०४ सत्थाई विरइयाइ, भावसं० १५५ सत्तीकोदड-गदा- तिलो० प०४-१४३१ सत्थाणमसत्थाणंx लद्धिसा० ३८ सत्तीदो चागतवा कम्मप० १५६ सत्थाणमसत्थाणंx लद्धिसा० ३६१ सत्ती य लदादारू+ गो. क. १८० सत्थाणं धुधियाणम गो० क. १७६ सत्ती य लदादारू + कम्मप० १४२ सत्थादिमज्मअवसाणएसु तिलो० ५० १-३१ सत्तुदये अडवीसे गो० क० ६८७ सत्थिअ- पदावत्तप्पमुहा तिलो० ५० ४-३४८ सत्तु वि महुर उवसमइ सावय० दो० १४२ सत्थु पढंतु वि होइ जडु परम० प० २-१३ सत्त वि मित्तु वि अप्पु परु परम० प० २-१०४ सत्येण सुतिक्खेण य जवू. प०१३-१८ सत्तुरसासो थोओ भावस० ३१३ सत्येण सुतिक्खेणं तिलो० प० १-६६ सत्तुस्सासो थोवं तिलो०प०४-२८७ सत्थो सुहासणत्थो श्राय० ति० २३-१५ सत्तूमित्ते व समा बोधपा० ४७ सदणउदिसीदिसत्तरि- तिलो० प० ८-३६५ सत्तू वि मित्तभावं वसु० स० ३३६ सद-तेवीसव्वासे ण दी० पट्टा० १२ सत्त वि होदि मित्तो कत्ति० श्रणु०५७ तिलो०प० ७-५०३ सत्तेक्कु पंच इक्का कत्ति० अणु० ११८ सदभिस भरणी अदा तिलो० ५० ७-५१८ सत्तेताल धुवा वि य गो० क० ४०४ सदभिस भरणी अद्दा तिलो. ५० ७-५२३ सत्तेतालसहस्सा मूला० १०६७ सदभिस भरणी अद्दा * भ० श्रारा० १९८६ सत्ते बधुदया चदु गो० क० ७५३ सदभिम भरणी अद्दा * तिलो० सा० ३६६ सत्ते य(व)अहोलोए वसु० सा० १७१ सदमुग्विद्धं हिमवं तिलो० प० ४-१६२२ सत्तेयारस तेवीस- तिलो. प०८-५२५ सदरविमाणाहिवई जबू० ५० ५-१०३ सत्तेव अपज्जत्ता* पंचस० ५-२६५ सदरसहस्साराणद- तिलो० ५०८-१२८ सत्तेव अपज्जत्ता* गो० क. ७०५ सदरिं सहस्स लक्खं सुदखं० १६ सत्तेव महामेघा जंवू०प०७-५७ सदरीसहस्म धवलो सुदख० ८८ सत्तेव य प्राणीया x तिलो० सा० ४६५ सदलविसद समातिय तिलो० सा० ८११ सत्तेव य आणीया x तिलो० सा० २३० सदलि(रि)-सय-राजधाणी जबू० ५० १३-१५० सत्तेव य बलभद्दा णिन्वा० म० ३ . सटवट्ठिय सहावे पवयणसा०२-७ सत्तेव सत्तमीओ वसु० सा० ३६६ सद-वासट्ठि-गसेसु णदी. पहा.७ सत्तेव सहस्साई पचसं० ५-३८५ तिलो. सा. ६६६ सत्तेत्र हुति भगा दव्वस० णय० २५३ | सदसिव सखो मक्कडि गो० जी० ६६ सत्तेव होति लक्खा जबू०प० ६-४२ सद सुय-केवलवाणी णदी० पट्टा०६ सत्तो जतू य माणी य अगप० २-८७ सदा आयारविद्दण्हू मूला० १०६ सत्तो वि ण चेव हदो म० श्रारा० १४२२ सदि आगे सदि बले भ० श्रारा०२४६ सत्थगदी तसदसय गो० क० ४२० सदिमलंभतस्स वि कादव्वं भ० श्रारा० १५०६ सत्यग्गहणं विसभक्षण मूला० ७४ सदिमतो धिदिमतो भ० श्रारा० १६४३ सत्यत्तादाहारं गो० क० ६१३ सद्दत्थ पच्चयादो णयच० ६३ सत्थ पढतह ते वि जड जोगसा० ५३ सदमिसिण दुंदुहि रडइ सावय० दो० १७५ सत्थन्भासेण पुणो कत्ति० अणु० ३७५ सहरसरूवगधे + म० श्रारा० ११७-१ सस्थविरुद्ध किं पिय श्रगप० ३-५३ | सदरसरूवगधे + मूला० २६६ सत्थसएण वियाणियह सावय. दो० ३०५ | सद्दवदीणं पास भ० श्रारा०६८५ गा०६

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