Book Title: Puratan Jain Vakya Suchi 01
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust
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प्राकृतपद्यानुक्रमणी
१७३
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तो साधुमत्थपथं भ० श्रारा० १२६७ | थावरसंखपिपीलियतो सा विभग-सरिया जंबू०प० -४६ / थावरसुहममपज्जत्तं तो सिद्ध महाहिमवं तिलो० सा० ७२४ | थावरसुहुमं च तहा तो सिद्धं सोमणस तिलो० सा० ७३६ | थावरसुहुमं च तहा x तो से तवसा सुद्धी
छेदपि० २४६ | थिर अथिर च सुहासुहतो सो अविग्गहाए भ० श्रारा० २१३१ थिर-अथिरा-अजाए तो सो एव भणियो भ. श्रारा० ५४६ थिर-अथिराणज्जाणं तो सो खवयो त अणु- भ० श्रारा० १५८० | थिर आई तुरियंते तो सो खीएकसाओ भ० श्रारा० २०६६ | थिरोग्गयासवासी तो सो तियालगोयर- वसु० सा० ५२६ | थिरकज्जाई थिराया तो सो बधणमुक्को भ० श्रारा० २१२७ थिरजुम्मस्स थिराथिरतो सो वेदयमाणो भ० श्रारा० २१०७ थिरजोगाण भगे तो सो हीलगभीरू
भ० श्रारा० ४६० | थिरठाठिए सेसे
थिर-दव-कुमार-सीया थिरधरियसीलमाला
थिरभोगावणिमझ थक्के मणसकप्पे
तञ्चसा० २६ थिरमथिर सुभगसुभं थगथगइकम्महीणो
रिस० २२ | थिरसुहजसादेज्ज थडगे थणगे चेव य जवृ० १० ११-१४६ | थिरसुहजससाददुर्ग थद्ध लोअणजुअल
रिस० २० | थिरहिदय-महाहिदया थविरकापो वि कहियो भावस० १२४ थी-अणुवसमे पढमे थविरोणारयसुद्वो श्रायः ति० १-१० थी-श्रद्धा संखेजभागे थंभाण मज्मभूमी तिलो. प० ४-१८६१ | थी-उदयस्स य एव थभाण मूलभागा तिलो०५०४-७७७ थी-उपसमिदाणंतरथंभाण उच्छेहो तिलो०५०४-२४८ थीणति-थी-पुरिसूणा थभुच्छेहो पुवावर- तिलो० ५० १-२०० थीणनियं इत्थी वि य + थाईण य जाईण य पाय. ति. १५-५ थीणतियं इत्थी वि य + थामापहारपासत्थदाए भ० श्रारा० ५६६ थीणतिय चेव तहा थावरकायप्पहुदी
गो० जी० ६८४ | थीणतियं चेव तहा थावरकायप्पहुदी
गो० जी० ६८५ | थीणतियं णिरयदुयं थावरकायप्पहुदी
गो० जी० ६८६ थीणुदयेणुहविदे। थावरकायप्पहुदी
गो० जी० ६६१ थीणुदयेणुहविदे* थावरकायप्पहुदी
गो० जी० ६६३ थी-पढमहिदिमेत्ता थावरकायप्पहुदी
गो० जी० ६६७ थी-पुरिसवेयगेसु य थावरदुगसाहारण
गो. क. २६५ | थी-पुरिसोदयचडिदे थावरफलेसु चेदा दव्वस० णय. १५७ थी-प-मंढ-सरीर थावरमथिरं असुहं। पचस० ४-२८२ थी-यद्धासंखेज्जदिथावरमथिरं असुहं * पचस० ५-७५ थी-राज-चोर-भत्त-कहाथावरलोयपमाणं तिलो० ५० ५-२ | थुइ-णिंदासु समाणो थावर वेयालीसा
ढाढसी०४ थुन्वंतो देइ धरणं
गो० जी० १७४
क्म्मप० १०१ पचस०३-१६ पघसं०४-३०७ पचस०५-६६
छेदस० ७३
छेदपि० २६१ श्रायः ति० १५-८ श्राय० ति०१-६ श्राय० ति०२२-४ गो० क.८३
छेदस० ५६ श्रायः ति० २३-३ श्रायः ति०१-४० तिलो०प०१-५ तिलो० सा० ७१८ पघस०५-१८१ पचस०४-३६८
गो० क० १७७ तिलो० ५० ५-१३३
लद्धिसा० ३२४ लन्द्विसा० ४४१ लद्धिसा० ३५८ लद्विसा० २५७ गो० क. २६० पचस०४-३९८ पचस०३-१७ पचस०३-३७ पचस०३-५ पचस० ५-४८७
गो० क० २३
क्म्मप०४६ लद्धिसा. ६०३ पचस० ५-१६७ गो० क. ३८८
गो० क. ७६ लद्धिसा० २५६
णियमसा०६७ तिलो. प०८-६४६ तिलो०प० २-३०१

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