Book Title: Puratan Jain Vakya Suchi 01
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 359
________________ प्राकृतपद्यानुक्रमणी १६३ तित्थइ देउलि देउ जिणु जोगसा० ४५ | तित्थयराण कोधो भ० धारा० ३०८ तित्थ तित्थ भमतयह पाहु दो० १६२ | वित्थयराण पडिणी मूला० ६६ तित्थइ तित्थ भमंतयहँ पाहु. दो० १७८ तिलो. प०८-६४३ तित्थयराणं समए तित्थ तित्थ भमेहि वढ पाहु० दो० १६३ तित्थयरा तम्गुरो तिलो० ५० ४-१४७१ तित्थइँ तित्थु भमताह परम०प०२-८५ तित्थयरादीणमवण्ण छेदपिं० १५८ तित्थएणदराउदुगं गो० क. ३७४ तित्थयराहारजुयल पंचसं०४-३७५ तित्यद्धसयलचक्को तिलो० सा० ६८१ तित्थयराहारदुअं पचस०३-५४ तित्थपयट्ठणकालस- तिलो० प० ४-१२७३ तित्थयराहारदुआं पचम०३-७३ तित्थयर-केवलि-समण- दव्वस० णय० ३१५ तित्थयराहारदुधे पचसं०३-७६ तित्थयरमागधराण छेदपिं० २७६ तित्थयराहारदुओं पचस०४-३७२ वित्थयर-गणहराइ भावपा० १२६ तित्थयराहारदुध पंचसं०४-३७८ तित्थयर-गणहराणं सुदख० १५ तित्थयराहारदुयं ४ पंचस०४-३०० तित्थयर-चक्कधर-वा- भ० श्रारा० ६६६ / तित्थयराहारद्वयं x पचस० ५-६३ तित्थयर-चक्कवट्टी- जवू० प० ६-६५ तित्थयराहाररहिय पचस०५-१५६ तित्थयर-चक्कवट्टीसुदख० ३१ तित्थयराहारविरहि पचसं०५-४७२ तित्थयर-पक्कि-बल-हरि तिलो० ५० ४-५१०) तित्थयरुदंक पोट्ठिल तिलो० सा० ८७४ तित्थयर-णराउजुया पचस०४-३५३ तित्थयरूणा मिच्छा पंचसं०४-३४२ तित्थयरणामकम्म तिलो०प०४-१५८२ तित्थयरेदरसिद्ध सिद्धभ० २ तित्थयरत्त पत्ता मावस० ६७५ तित्थयरो चदुणाणी भ० श्रारा० ३०२ तित्थयर देवणिरया- पचस० ५-४७६ | तित्थहि देवलि देउ ण वि जोगसा० ४२ तित्थयरपरमदेवा जबू० प०७-६१ तित्थाऊ चुलसीदी तिलो० सा० ८०५ तित्थयरपरमदेवा जवू. प०८-३७ पचस्थि. १११ तित्थयरपरमदेवा जबू०प०१-१६४ | तित्थाहारच उक्कं गो० क० ३७३ तित्थयर-पवयण-सुदे म. थारा० १६३७ | तित्थाहारा जुगवं गो० क. ३३३ तित्थयर-भासियत्थं भावपा०६० | तित्थाहाराणतो* गो० क० १४१ तित्थयर-माण-माया गो० क० ३२२ | तित्थाहाराणतो* कम्मप० १३७ तित्थयरमेव तीसं+ पंचसं०३-२५ तित्थाहारे सहियं गो० क० ३७७ तित्थयरमेव तीसं+ पंचस० ४-३१८ तित्थेणाहारदुग गो० क. ५२६ तित्थयरवयणसंगह सम्मइ०१-३ तिदय पण णव य खं णभ तिलो०५०४-२८७७ तित्थयरसत्तकम्म कम्मप० १५६ तिदसाऽभव्बे सम्बे सिद्धत० ३० तित्थयरसत्तणारय गो० क०७४ तिदु इगि पदिणउदि पचस०५-२०६ तित्थयर सह सजोई पचस०५-१७३ गो. क. ६०६ तित्थयरसघमहिमा तिलो०प०३-२०४ गो० ० ६८४ तित्थयरसतकम्मुवसग्गं तिलो० सा० १६५ | तिदुइगिबंधेक्युदये गोक०६७६ तित्थयरसुरणराऊ- पचसं० ४-३७६ (ख) तिदुगेक्ककोसमुदयं तिलो. सा. ७८३ तित्थयरस्स तिसंझे अगप० १-४५ । तिहार-तिकोणाओ तिलो. प० २-३९२ तित्थयर उस्सास * गो. क. ५० ति-पयारो अप्पा मुणहि परु जोगसा० ६ तित्थयरं उस्मासं: कम्मप० १२१ | ति-पयारो सो अप्पा मोक्खपा० तित्थयरं वन्जित्ता पचस० ५-१७७ तिप्परिसाणं आऊ तिलो०प०३-१५४ तित्थयराणं काले तिलो० प० ४-१५८५ | तिप्पंचदु उत्तरिय तिलो०प०७-५२८ शादी

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