Book Title: Puratan Jain Vakya Suchi 01
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust
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तप्पढमट्ठदिसंत
पढमपदेस चि
तम्मायावेदा तम्मि कदकम्मरणास तमि जवे विदफलं तम्मि जवे विंदफल तम्मि दु देवारणे तमि सम्म मज् तम्मि पदे आधारे तमिव गायन्त्रा तमिव पुत्रादिसु तम्मि वणे वरतोरणतम्मि वरपीढसिहरे तम्मिसमभूमिभागे तम्मि सहस्स सोधिय
तिलो० सा० १००४
तिलो० प० ४–१६२६ | तम्मिस्ससुद्ध से से तिलो० सा० ६७३ | तम्मिस्से पुरणजुदा तिलो० सा० ५१७ | तम्मूले एकेका तिलो० सा० ८५५ | तम्मूले पलियकगतिलो० सा० ६२१ मू तिलो० प० ४ - २५१२ | तम्मेत्तवासजुत्ता तिलो० प० ४-३३७ तम्मेत्तं पविचं म्हाणो जीव
तम कंडe frरुद्धो तमगो भमगो य सग तम-भम-झसयं वाविल(अंध) तिलो०प०२ - ४५ | तम्हा अहमवि णिच्चं
तिलो० प० २-५१ जबू० प० ११-१५४
तम्हा अम्भसउ सया
तिलो० प० ८- ६५७ तिलो० सा० ६६२ तिलो० सा० ८६६ तिलो० सा० ६६७ तिलो० प० १-१३६
तिलो० प० ४-७६२
तिलो० सा० ५५७ तिलो० प० ७-८७ तिलो० प० ७-४२५ तिलो० प० ४-४६३ तिलो० प० ४-४६३ तिलो० प० ४-४४७ तिलो० प० ४-४४३ तिलो० प० ४-४५२ तिलो० प० ४-४५६ तिलो० प०४-१८३७ तिलो० प० ७-५७
तम्हा हिगयसुत्तेतम्हा इत्थीपज्जय तम्हा इह-पर-लोए तम्दा इंदियसुक्ख तुम्हा कम्मं कत्ता तम्हा कम्मासवकारणाि तम्हा कलेवरकुडी तम्हा कवलाहारो तम्हा खवणातम्हा गरिणा उपीलए तम्हा चव्विभागो तम्हा चढयवेज्झस्स तम्हा चेट्टिदुकामो *हा चेट्टिदुकामो तन्हा जहि लिंगे म्हाजिर मग्गादो तम्हा जिव रुई
तप्पतीसं पह
विवेदिदारे
तपसेवतो परदो गतू परिवारा कमसो तापव्यदस्स उवरि
तप्पारग्गुवयरणं उडेविड
तपायारुदयतियं तपासादा (दे) विसदि तपुरदा जिणभवणं
तफलिहवी हिमझे
तव्त्रावरणणगाणं
तन्त्राहि पुण्वादिसु भदो तस्स सुतो
भवदी सोमो तन्भूमिजोगभोगं तम्भोगभूमिजादा
तम्मज्झबद्दलमट्ठ
तममममाला तम्मज्झिमतियभागे
तम्म
तम्म
मुहमेकं तम्मझे रम्माई
तम रूपमयं
तम्मज्झे वरकूडा तमसोघेजु तम्म उचएस दो तमतिदिवसे
चउरस्सो
तमाक
तमतिदिवदे
तमतिदिवदे
पुरातन जैनवाक्य-सूची
तम्मणुवे सग्गगदे
तम्मदिर बहुम तमंदिरमकेसुं
लद्धिसा० ३८७
तिलो० प० ४-१४७३
तिलो० प० १-२३४
तिलो० प० ४ - १३१८
अंगप० ३-५२
तिलो० प० ८-४२८
तिलो० प० ८-३२०
तिलो० प० ४-२२३
वसु० सा० ४१०
|
तिलो० सा० ८५३ तिलो० सा० २८५ तिलो० प० ४-२०६
te
त
लन्हिसा० ३६८ तिलो० प० ४-१४७४
तिलो० प० १-२३६
तिलो० प० १-२५३
जबू० प० ६-८६
जबू० प० ६-५८ तिलो० प० ४-६७३
जबू० प० ८-८ निलो० प० ४-१६४१ तिलो० प०४-२००३
जबू० प०५-५३ जंबू० प० २-४८ तिलो० प० ४-२६६७ तिलो० प० १-२११
गो० क० ३१२ तिलो० प० ८-४०५
तिलो० सा० २५४ तिलो० प० ४- १७६६
तिलो० १० ५-६६
तिलो० प० ७-२२६
सम्मइ० २-३८
तच्चसा० १६
मूला० ७६१
सम्मइ० ३-६५
भावस० ६८ भ० श्ररा० ८२१
भावस० १७५ पचस्थि० ६८ मूला० ७३८ भ० श्रारा० १६७७
भावस० ११५
भ० श्रारा० ४७३ भ० श्र|रा० ४८१
सम्मइ० २-१७
मूला० ८५ मूला० ३३० भ० श्रारा० १२०४
समय ० ४११ पचयणसा० १-६० भ० श्रार1० ४७०

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