Book Title: Mahatma Jati ka Sankshipta Itihas
Author(s): Unknown
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 19
________________ x कहा २३ 4 4 4 ३५ भावना दिन रात मेरी २२ ५७ इतिहास गा रहा है ३८ ३६ दीनबन्धो कृपासिंधो २३ ५८ ऐ हिन्द के सिपाहियों ३६ ३७ दुखियों के बंधु दया २३ ५६ वन्दे मातरम् ३८ बरस पर वारि जावें ६० वीर शिरोमणि देश ४१ ३६ नाम जपन क्यों छोड २४ ६१ नाव पडी मझधार ४२ ४० हे प्रभु इस देश का २५ ६२ प्रभु दर्शन के दोहे ४१ बन्धुगणों मिल कहो ६३ गाले प्रभू गुणगान ४२ प्राण मित्रों भले ही २६ ६४ सिधगिरी जा के ४६ ४३ पन्द्रह अगस्त हे आज २८९५ ६५ अब सुनो सहु संदेश ४६ ४४ मां के खातिर मर २१६६ दिल का मिला के ४५ केसे कहूं पंजाब के ३० ६७ अब तेरे सिवा ४६ जागो युवानो जागो ३० ६८ भक्तिभाव भज के १८ ४७ प्यारा हिन्दुस्तान ३१६६ गजा राजा मोरे ४८ भारत माता ७० अगर जिनदेव के ४६ हिन्दोस्तां मेरा ३३ ७१ जय महावीर ५० स्वागत गीत १४७२ भगवान महावीर ५१ ५१ ठुकरा दो या प्यार करो३४ ७३ पधारो पधारो पधारो ५२ ५२ गुरुकुल गीत ३५ ७४ भारत माता करे पुकार ५३ ५३ घट के पट ले खाल ३६ ७५ मोरे मन मंदिर में ५३ ५४ जहां में कौन किसका ३७ ७६ देखो श्री पाश्व तणी ५४ ५५ गानो गाओ गाश्री ३७ ७७ जैनां बच्चों को श्राप ५५ ५६ भारत मेरी जन्मभूमि ३८ ७८ चालो केसरियाना देश ५६ 40 x x x x x Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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