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षोडशविद्यादेवीलक्षणज्ञापकं यन्त्रकम्
। वर्ण
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| धनुः
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नाम
वाहन हस्त आयुधे द.हस्तयोः आयुधे वामहस्तयोः १ | रोहिणी | धवला सुरभि | ४ | अक्षसूत्र बाणशंख
| प्रज्ञप्ति | श्वेतवर्णा | मयूर ४ | वरद शक्ति मातुलिग शक्ति ३ | वज्रशृंखला | शंखवर्णा | पद्मवाहना| ४ | वरद
पद्म शंखला ४ | वज्रांकुशा | कनकवर्णा | गज ४ | वज्रमातुलिङ्ग अंकुश ५ ! अप्रतिचक्रा! तोडद्वर्णा | गरुड चक्र |चक्र
चक्र पुरुषदत्ता | कनकावदात महिषी ४
मातुलिङ्ग खेटक ७ | काली कृष्णा पद्मासना | ४ | अक्षसूत्र वरद (गदा) वज़
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[कल्याण-कलिका-प्रथमखण्ड
८ । महाकाली | तमालवर्णा | पुरुष
।४ | अक्षमत्र
बन्न
अभय
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