Book Title: Jainendra Siddhanta kosha Part 5
Author(s): Jinendra Varni
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 111
________________ तापस तापस २.२६५ ब मनुष्यलोक ३.२७५ अ विनयवादी एकान्ती १४६५ व तापी - २.३६५ व, मनुष्यलोक ३ २७६ अ । तामस दान - २४२३ अ । तामिल वेद-२३६५ व । ताम्रलिप्ति-२३६५ ब । ताम्रा-२३६५ व मनुष्यलोक ३.२७५ व नरकपटल तार- २.३६५ व विस्तार २५८० अ, अकन अवगाहना ११७८ अवधिज्ञान १.२६३ । तारक- २.२६६अ, पिशाच व्यन्तर देव ३५८ व प्रति नारायण ४२० अ, वासुपूज्यनाथ २.३९१ । तारणस्वामी - इतिहास १३३३ अ । तारा --- चक्रवर्ती ४.११ ब, व्यन्तरेन्द्र वल्लभिका ३.६११ ब। नरकपटल - निर्देश २.५५० अ, विस्तार २५८० अ अकन ३.४४१ । नारकी - अवगाहना ११७८ अवधिज्ञान १११८, १.२६३ । तारा (ज्योतिष वेव) - देव - अवगाहना ११८०, अवधि - ज्ञान ११९८ आयु १२६६ इन्द्र- निर्देश २३४६ ब, किरणे तथा शक्ति आदि २३४८ । प्ररूपणाबन्ध ३१०२, बन्धस्थान ३.११३, उदय १३७८, उदयस्थान १३९२ व उदीरणा १.४११ अ, उदीरणा स्थान १.४१२ सत्त्व ४.२८२, सत्त्वस्थान ४.२६८, ४ ३०५, त्रिसंयोगी भग १४०६ ब । सत् ४.१८८, संख्या ४९७, क्षेत्र २.१६६, स्पर्शन ४४८१, काल २१०४, अन्तर १.१०, भाव ३२२० अ, अल्पबहुत्व १ १४५ । तारा (ज्योतिषविमान ) - २३६६ अ, निर्देश २ ३४६ ब विस्तार २३५१ ब, आकार २.३४८, किरणें तथा वाहक देव २३४८ अ अकन २.३४८ चित्र । ब, २.३४८ । अवस्थान २३४७ व सख्या २.३४८ अ-ब वीवियाँ २३४९ व चार क्षेत्र तथा गतिविधि २३४१-३५०, अंकन २.३४९ । वैदिकाभिमत सप्त ऋषि वध व तारे ३.४३३ । तारादेवी प्रकलक भट्ट १.३१ अ -- निर्देश २५५० अ ३.४४१ । नारकी ११९५, आयु ताल - २.३६६ अ तालप्रलंब - २३६६ अ, अचेलकत्व १.३१ व । तालाब - स्वप्न ४५०५ अ । तिगिछ-२३६६ अ निषधपर्वत का हृद― निर्देश - Jain Education International तिर्यच (जीव ) ३४४६ ब, ३४६३ ब विस्तार ३.४६०, ३४६१, अंकन ३४४४, ३४६४ के सामने, चित्र ३४६१ । तितिणदा - २.३६६ अ, अतिचार १.४३ ब । तिथि चन्द्रमा २ ३५१ अ । तिमिति संमूच्छिम ४ १२७ व --- अ, तिमिस्रा (कूट - विजया पर्वतों पर स्थिति - निर्देश ३४७१ ब, विस्तार ३४८३, ३४८५, ३४८६, अन ३४४४, वर्ण ३ ४७७ । तिमिस्र (गुफा) - २३६६ अ विजयार्धपर्वत की गुफा -- भरत ऐरावत में निर्देश ३.४४८ ३४५५ अ-ब, विस्तार ३४५२, अकन ३४४८ । विदेह क्षेत्रो मे निर्देश ३.४६० अ विस्तार ३४५२, अकन ३४६० अ धातुक व पुष्करार्धद्वीपो में निर्देश ३४६२ ब विस्तार ३४६५, ३४८६, अकन ३४६४ के सामने । तिमिस्र (नरक) नरकपटल - निर्देश २.५८० अं, विस्तार २५५० अ अकन ३४४१ । नारकीअवगाहना ११७८, अवधिज्ञान १.१६८, आयु १२६३ । तिमिस्रका नरकपटल-निर्देश २.५८० अ विस्तार २५८० अ अकन ३४४१ । नारकी - अवगाहना ११७८, अवधिज्ञान १.१६८, आयु १२६३ । तिरस्कारिणी -२३६६ अ विद्या ३५४४ म । तिस्तयकतेवर २.३६६ अ इतिहास १.३२९ अ -- १.३४१ व । तिरोधान-कर्मोदय २.७१ ब तियंचगति (प्ररूपणा ) - बन्ध ३.१०१, आयुबन्ध १.२६५ ब बन्धस्थान ३११२. उदय १.३७६, उदयस्थान १३६२ व उदीरणा १४११ अ उदीरणास्थान १४१२, सस्व ४.२८१, उद्वेलना युक्त मे सत्व ४.२८२, सत्त्वस्थान ४२६८, ४३०५, त्रिसंयोगी भग १४०६ व सत् ४ १७०, मुख्या ४१५, क्षेत्र २१०, स्पर्शन ४७६, काल २.१०१. अम्वर १.५, भाव ३.२२० अ, अल्पबहुत्व ११४४ । तियंचगति नामकर्म प्रकृति प्ररूपणा प्रकृति ३८८ २५८३, स्थिति ४.४६३, अनुभाग १९५, प्रदेश ३.१३६ । बन्ध ३.६७, बन्धस्थान ३११०, उदय १.३७६, उदप्रस्थान १३१०, उदीरणा १४११ अ उदीरणास्थान १.४१२, सत्व ४२७८, उद्वेलना युक्त में सत्त्व ४.२८२, सत्त्वस्थान ४३०३, त्रिसयोगी भग १.४०४ । संक्रमण ४.८५ अ अल्पबहुत्व ११६९ । तिपंच (जीव ) - २.३६७ अ, अवगाहना १.१७६, अवधि ज्ञान ९.९९४ ब, आयु १.२६३, आयुबध के योग्य - - www.jainelibrary.org १०५ - For Private & Personal Use Only

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