Book Title: Jainendra Siddhanta kosha Part 5
Author(s): Jinendra Varni
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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निमित्तक उत्पाद
२६० व
कल्पना २७३ अ कारण कार्य २५५ व २६१ व २६२, २६४, २६६, २६७ अ, २.७० व २७२ अ २७४ अ, गौणता २६५ अ २६६ द्रव्य क्षेत्रादि २६४ अ प्रधानता २६७ व २७३ अन्य वस्तु स्वतन्त्रता २७३ अ
1
विभाव
२ ७४ ब ।
निमित्तक उत्पाद • आकाश १.२२१ ब । निमित्त कारण २६१० ब । निमित्त ज्ञान -२६१२व ऋद्धि १४४८ निमित्त दोष आहार १.२६१ ब ३५२९ अ । निमित्त नैमित्तिक संबंध- कारण कार्य सबध २.५५ ब, २.६० ब, २.६१ ब, २.६२ ब, २६४ ब, २०६६ ब, २६७ अ, २.७०अ २७२ अ, २७४ अ सम्बन्ध ४.१२६ अ ।
निमित्तवाद एकान्त १४६५ व
निमित्तशास्त्र - शास्त्र ४.२५ अ इतिहास १.३२६ अ । निमिष विद्याधर नगरी ३५४५ ब ।
निमेव-२६१३ अ, उत्पत्ति २८७ अ, काल का प्रमाण
२.२१६, २२१७ अ ।
नियतकाल अनशन - १६५ व । नियतकाल सामायिक – ४४१९ व ।
नियत प्रदेशत्व २.६१३ अ ।
नियत वृत्ति - २६१३ अ । नियति-२६१३ अ ।
-
नियति नय – २.५२३ अ ।
-
नियतिवाद - २६१४ अ, नामनिर्देश ३.१२ अ, एकान्त १.४६५ अ-ब, सम्यग् मिथ्या २६१४ अ, पुरुषार्थ
समन्वय २.६१६ अ ।
नियम - २६२० अ, तप २ ३५६ अ, भोगोपभोग ३ २३६
अ ।
नियमसार २६२० व इतिहास १३४० ब नियमसार टीका इतिहास १३४४ अ ।
१३४
-
नियमित सान्द्र-२६३० व
नियुक्त - २६२० ब, कालप्रमाण २२१६ अ, २२१७ ब । नियुतांग- २६२० ब कालप्रमाण २२१६ अ ।
नियोग- अनुयोग ११०१ ब ।
निरंजन - मोक्षमार्ग ३३३५ ब ।
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निरंतरसिद्ध - अल्पबहुत्व ११५३ । निरंतरस्थिति--४ ४५७ अ
निरंश-परमाणु ३१६ ब
निरतगति - २.५७१ ब विशेष दे० नरकगति । निरतिचार - २६२० व सामायिक ४४१८ अ निरतिचारता - १ ४२ ब ।
निरनुबंधा - २६२२ व निर्जरा अनुप्रेक्षा १७७ अ ब, । निरनुयोज्यानुप्रेक्षण -- २ ६२१ अ । निरन्वय - २.६२१ अ ।
निरपराध – अपराध ११११, विभाव ३५५१ अ । निरपेक्ष एकान्त १४६२-४६३, स्याद्वाद ४४६८ अ, ४ ४६६ अ, स्वभाव ४.५०७ अ ।
निरपेक्ष नयनय २५२० अ, २५२५ ब । निरब्बुद संख्या प्रमाण २२१४ व
निरव २६२१ अ नरकपटल निर्देश २५७६ व विस्तार २.५७९ व अकन ३ ४४१ । नारकी-अव गाहना ११७८, आयु १२६३ ।
निरयगति- २५७२ अ विशेष दे. नरक गति । । निरर्थक- २६२१ अ ।
निरवद्यकिया योग ३.३७५ अ ।
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-
निरवयव आकाण १२२१ द्रव्य २४५१ अ परमाणु
३१६ ब ।
निराकांक्ष- २.६२१ अ, २५८५ ब, तप २३५८ ब
निरंतर २.६३० ब ।
निरंतरबंधी प्रकृति — ३.८८ब, ३.६० ब, ३.९२ ब, नियम निरुपभोग
३.१३-१४, त्रिसंयोगी प्ररूपणा १.३१६ ।
निरोध
२३६० अ ।
निराकांक्ष अनशन - १ ६५ ब ।
निराकार उपयोग आकार १२११व । निराकुलता सुख ४४३१. अ ।
,
निरागार - अनगार १६२ अ सयम ४.१३७ अ । निराभरण - चैत्य (प्रतिमा) २३०२ ब । निरायुध - चैत्य (प्रतिमा) २.३०२ व निरालंब ध्यान - शुक्लध्यान ४ ३३ अ । निरावरण कायक्लेश २.४६ ब । निराशा - राम ( राज्य ) ३३१८ अ निरास्रव - सम्यग्दृष्टि ४३७६ ब, ४३७६ ब । निराहारता अर्हत १.१३७ ब
निरीह - पुण्य ३६६ व ।
निरुद्ध- अविचार-भक्त- प्रत्याख्यान - सल्लेखना ४.३८८ ब
४.३८६ अ ।
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-
निश्पक्रम आयुष्य – आयु १२५२, १.२६० अ । निरुपभोग- तेजस शरीर २३६५ अ ।
निरूपणा - २६२१ अ, प्ररूपणा ३.१४७ अ ।
निरोध - २६२१ अ, एकाग्रचिन्तानिरोध १४६६ अ,
ध्यान २४६५ ब ।
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