Book Title: Jainendra Siddhanta kosha Part 5
Author(s): Jinendra Varni
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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पंच-इद्रिय
१४१
पचीकृत विचार
अ।
पंच-इद्रिय - इद्रिय १ ३०१ ब, सहनानी २ २१६ अ। पंचवर्ण--३.१ ब, ग्रह २ २७४ अ । पच-उदुंबर फल-उदम्बर १३६३ अ, भक्ष्या नक्ष्य ३२०३ पचविंशति-उपाध्याय के गृण १४४४ अ, सभ्यग्दर्शन के ब, श्रावक ४५० ब ।
दोष ४.३५१ अ। पंच-उदय काल- उदय १ ३६३ ।
पविशति कल्याण भावना व्रत-३१ब । पचकल्याणक-अर्हन्त १.१३८ ब कल्याणक २३२ अ । पविंशतिका-१३३१ अ १३४३ ब । पचकल्याणक वदना-कृतिकर्म २१३६ अ।
पविशिका - इतिहास १३३४ ब । पचकोटि शुद्ध आहार-अपवाद मार्ग ११२१ अ । पंचत-व्रत (अणु तथा महा) ३६२७ ब । पंचक्षायिक लब्धि-मोक्ष ३.३२६ अ, लब्धि ३ ४११ ब। पचशती-वेदान्त ३५९५ व। पंचमुरुभक्ति-इतिहास १३४० ब ।
पंचशरीर-अल्पबहत्व ११४२ अ,११५८, शरीर ४.६ पचज्ञान-अदर्शन परिपह १४६ ब, ज्ञान २२५७ ब । पंचचारित्रसिद्ध-अल्पबहुत्व ११५३ ब ।
पंचशिख--साख्यदर्शन ४ ३६८ ब । पंचचूलिका-श्रुतज्ञान ४६६ अ ।
पशिखरी-३.१ ब। पंचदश--उत्कृष्ट असख्यात को सहनानी २२१६ अ।
पंचशिरा-.३ १ ब, कुण्डलवर पर्वत के कूट का देव---
निर्देश ३४७५ ब, अकन ३ ४६७ । पंचधारणा-धारणा २४६१ ब, पिण्डस्थ ध्यान ३ ५८ अ ।
पचश्रुतज्ञान व्रत-३१ब । पंचमद-३.१ अ।
पचषष्ठि-पणट्ठी की सहनानी २२१८ ब । पंचनमस्कार मंत्र-मन्त्र ३ २४७ अ, सामायिक ४४१७
पंचसंग्रह--३१ब, अमितगति ११३२ अ । इतिहासब
प्रथम १३४१ अ, द्वितीय १३४३ अ, तृतीय १.३४३ पंचनमस्कारमत्रमाहात्म्य-३१ अ।
अ, वा पंचनिद्रा दर्शन २ ४१२ अ ।
पंचसग्रह टीका -- इतिहास १ ३४६ अ । पंचपद-वेदान्त ३.५६५ ब ।
पंचसंग्रह वृत्ति-इतिहास २ ३४२ ब । पंचपरमेष्ठी-ओम १.४६६ ब, चैत्य (प्रतिमा) २३०१
पंचसमवाय-नियति २६१६ अ । अ, ध्येय २५०१ अ, परमेष्ठी ३ २३ अ, व्रत ३.६२६
पचसमिति-लमिति ४३३६अ। अ, सामायिक ४.४१७ अ ।
पंचसूनदोष-कर्म २२६ ब । पंचपरिवर्तन- ससार ४.१४७ अ ।
पंचस्तूपसघ-१३१७ ब, १३२६ ब । पंचपाप-सामायिक ४.४१७ ब।
पंचांक-३२ अ। पंचपौरिया व्रत- ३.१ अ।
पचांग-नमस्कार २५०६ अ । पंचभाव-भाव ३२१८ ब ।
पचाग्नि--३२ अ, अग्नि १३५ ब, तप २.३५६ ब। पंचभावना-ब्रह्मचर्य ३.१६० ब, भावना ३.२२४ ब, व्रत
पंचाग्नि तप-तप २३५६ ब ।। ३.६२६ ब ।
पंचाचार--आचार १२४० अ, चारित्र २२६१ अ, दीक्षा पचमकाल-अवधिज्ञान ११८६ ब, कल्कि २३१ अ, काल
धारण २२६१ अ, मिथ्मादष्टि ३.३१३ ब, मोक्षमार्ग (द्र खमा) २६२, धर्मध्यान २४८४ ब, प्रव्रज्या
३३३६अ। ३.१५० अ, मन पर्यय ज्ञान ११८६ ब ।
पचातिचार-व्रत ३ ६२६ ब । पचमस्वर-स्वर ४५०८ ब ।
पचाध्यायी-३२ अ, इतिहास १३४७ अ । पंचमी व्रत-३१ ब।
पंचामृत अभिषेक-पूजा ३.७६ अ। पंचमुष्ठी-३१ब, नमस्कार २५०६ अ।
पंचास्तिकाय-३२ अ, अस्तिकाय १.२११ अ। पचमेक - पूजा ३७५ ब ।
पचास्तिकाय (शास्त्र)-३२ अ, इतिहास १.३४० अ। पंच यम--छेदोपस्थापना २३०८ ब, व्रत ३.६२७ ब । पचास्तिकाय टीका-अमृतचन्द्र १.१३३ अ। इतिहास पचरात्र-वैष्णव दर्शन ३.६०६ अ ।
१३३४ अ, १३४२ अ, ब, १३४४ अ। पंचलब्धि-उपशम १.४३८ अ, लब्धि ३.४११ ब, ३.४१२ पंचास्तिकायप्रदीप--इतिहास १३४२ ब । अ, सम्यग्दर्शन ४.३६२ ब, ४.३६६ ब ।
पंचीकृत विचार -वेदान्त ३.५६७ अ।
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