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127. महात्मा गांधी एवं धर्म निरपेक्षता, 89 128. ऋषि विनोबा, 163 129. वैकल्पिक समाज रचना, 22 130. लोकतंत्र : नया व्यक्ति नया समाज, 90 131. जैन दर्शन के मूल सूत्र, 19-20 132. अहिंसा के अछूते पहलु, 71 133. आचार्य महाप्रज्ञ, आमंत्रण आरोग्य को, 81-85 134. लोकतंत्र : नया व्यक्ति नया समाज, 67 135. आमंत्रण आरोग्य को, 99 136. अणुव्रत की दार्शनिक पृष्ठभूमि, 172 137. सार्थकता मनुष्य होने की, 101-2 138. महाप्रज्ञ ने कहा-16,13-9 139. महाप्रज्ञ ने कहा-7,42 140. परिवार के साथ कैसे रहे, 142 141. आचार्य महाप्रज्ञ, युगीन समस्या और अहिंसा, 48 142. हरिजन सेवक, 24.8.40 143. गांधी विचार दोहन, 64-66 144. अणुव्रत की दार्शनिक पृष्ठभूमि, 156 145. लोकतंत्र-नया व्यक्ति नया समाज, 14 146. गांधीजी, मेरे सपनों का भारत, 14 147. हरिजन बन्धु, मूल गुजराती 31-8-40 148. गांधीजी, अहिंसा-3,316 149. गांधी विचार दोहन, 73-74 150. आचार्य महाप्रज्ञ, विचार को बदलना सीखें, 146 151. हरिजन मूल अंग्रेजी, 11.2.39 152. मेरे सपनों का भारत, 18 153. लोकतंत्र : नया व्यक्ति नया समाज, 11 154. युगीन समस्या और अहिंसा, 9-10 155. अहिंसा-1,95,6-7 156. अहिंसा- 2, 194-8 157. मेरे सपनों का भारत, 111-12 158. अहिंसा-3,309. हरिजन सेवक 13.4.40 159. मेरे सपनों का भारत, 122-23 यंग इंडिया, 21-8-28 160. गांधी चित्रावली, 105, 111 161. हिन्दी नवजीवन, 23.11.24 162. मेरे सपनों का भारत, 4 हरिजन 4.11.39 163. अहिंसा-3, 286, 270 164. सेवाग्राम, 20.8.40 165. बापू-कथा, 203-7 166. महावीर का पुनर्जन्म, 284 167. समाज और हम, 14 168. महाप्रज्ञ ने कहा-4,164
अहिंसा का राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्वरूप / 267