Book Title: Andhere Me Ujala
Author(s): Saralyashashreeji
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh Prakashan

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Page 425
________________ 76. जैन परम्परा का इतिहास, युवाचार्य महाप्रज्ञ, ग्यारहवां, 1997, समण संस्कृति संकाय, जैन विश्व भारती, लाडनूं 77. जैन दर्शन मनन और मीमांसा, मुनि नथमल/मु. दुलहराज, परिवर्तित, 1973, आदर्श साहित्य संघ, चूरू 78. जैन दर्शन और अनेकांत, आचार्य महाप्रज्ञ मुनि दुलहराज/धनंजय कुमार, आदर्श साहित्स संघ, चूरू 79. जैन विद्या का सांस्कृतिक अवदान, डॉ. रामचन्द्र द्विवेदी, डॉ. प्रेम सुमन जैन, प्रथम, 1976, आदर्श साहित्य संघ, चूरू 80. जैन दर्शन के परिपार्श्व में, मुनि मोहनलाल 'शार्दुल', प्रथम, 1976, आदर्श साहित्य संघ, चूरू 81. जैन-लक्षणावली, भाग-1, बालचन्द्र सिद्धांतशास्त्री, वि.सं. 2028, वीर सेवा मन्दिर, 21, दरियागंज, दिल्ली 82. जैन दर्शन के मूल सूत्र, आ. महाप्रज्ञ/मुनि धनंजय, आदर्श साहित्य संघ, चूरू 83. जैन तत्त्व चिन्तन, मुनिश्री नथमल (आचार्य महाप्रज्ञ), 1959, आदर्श साहित्य संघ, चूरू 84. ठाणं, आचर्य तुलसी/मुनि नथमल, प्रथम वि.सं. 2033, जैन विश्व भारती, लाडनूं 85. तत्वार्थ सूत्र (प्रगुच्छक), उमास्वाति, ई. 1905, निर्णय सागर यन्त्रालय 86. तेरापंथ शासन अनुशासन, आचार्य महाप्रज्ञ मुनि दुलहराज/धनंजय कुमार, द्वितीय 1990, 1995, जैन विश्व भारती, लाडनूं 87. दसवैकालिक चूर्णि, जिनदास गणि महत्तर, ई. 1933, ऋषभदेव केशरीमल श्वेताम्बर, संस्था-रतलाम 88. दिव्य ज्योति महाप्रज्ञ, इकराम राजस्थानी, अणुव्रत महासमिति, नई दिल्ली 89. धर्म के सूत्र, आचार्य महाप्रज्ञ/मु. श्रीचन्द्र 'कमल', 1925, आदर्श साहित्य संघ, चूरू 90. धर्मचक्र का प्रवर्तन, युवाचार्य महाप्रज्ञ संपा. मुनि श्री दुलहराज तुलसी अमृत महोत्सव राष्ट्रीय समिति राजसमंद (राज.) 313326 91. धर्म मुझे क्या देगा?, आचार्य महाप्रज्ञ, मुनि धनंजय कुमार, साध्वी विश्रुत विभा, 2003, जैन विश्व भारती, लाडनूं 92. धर्म और समाज, राधाकृष्णन्, छटा-1972, राजपाल एण्ड सन्स, कश्मीरी गेट, दिल्ली 93. नया मानव नया विश्व, आ. महाप्रज्ञ/मु. धनंजयकुमार, 1999, आदर्श साहित्य संघ, चूरू 94. नियुक्तिपंचक, गणाधिपति तुलसी आ. महाप्रज्ञ/समणी कुसुम प्रज्ञा, सं. सन् 1999, लाडनूं-341306 (राज.) 95. प्रश्नव्याकरण सूत्र, युवाचार्यश्री मधुकर मुनि, द्वितीय, वि.सं.2049, श्री आगम प्रकाशन समिति, श्रीब्रजमधुकर स्मृति भवन पीपलिया बाजार, ब्यावर 96. प्रवचन डायरी, आचार्य तुलसी श्रीचन्द रामपुरिया, सं. 1954-55 (प्रथमवृत्ति-1960), जै. श्वे. तेरापंथी महासभा 3, पोर्चुगीज चर्च स्ट्रीट, कलकत्ता-1 97. प्राचीन भारत की सांग्रामिकता, पं. रामदीन पाडेय, एम.ए.साहित्याचार्य, प्रथम-1957, बिहार-राष्ट्रभाषा-परिषद् पटना-3 98. प्रासंगिक है धर्म और दर्शन, आचार्य महाप्रज्ञ मुनि धनंजय कुमार, 2003, जै. श्वे तेरापंथ महासभा 3, पोर्चुगीज चर्च स्ट्रीट, कोलकाता-1 सन्दर्भ ग्रन्थ सूची / 423

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