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60. ऋषि विनोबा, 280 61. युवाचार्य महाप्रज्ञ, मेरी दृष्टिः मेरी सृष्टि 118 सं. तृतीय 62. में हूँ अपने भाग्य का निर्माता, 247, 250 63. मेरी दृष्टिः मेरी सृष्टि 119, 131 64. युवादृष्टि, अक्टूबर 2000.52-53
65. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग-1.202 66-67. युवादृष्टि, अक्टूबर 2000.52-53
68. अणुव्रत, 1 अगस्त 2000.5 69-71. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग-1.208,212, 101-208
72. सेवाग्राम, 25.8.42 हरिजन बंधु 31.8.40 73. हरिजन 18.1.42 74. महाप्रज्ञ ने कहा-7.68 75. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग-2.265, 166 76. मैं हूँ अपने भाग्य का निर्माता, 252-53, अणुव्रत 1-5 दिसम्बर कवर पृष्ठ, 2003 77. विज्ञप्ति, 7-13 जुलाई 2002.7 78. महाप्रज्ञ ने कहा-4.150 79. विज्ञप्ति, 11-7 अप्रैल, 2004.16 80. युवाचार्य महाप्रज्ञ, अहिंसा के अछूते पहल, 50 81. अणुव्रत, 1-5.12.2003.5 82. सं. भगवानदास, अहिंसा प्रशिक्षणः अनुभूतियाँ, कवर पृष्ठ 83. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग-1.90 84. मुनि धंनजय कुमार, महाप्रज्ञःजीवन दर्शन, 66, स. द्वितीय 1996 85. युवाचार्य महाप्रज्ञ, मेरी दृष्टिः मेरी सृष्टि, 133 86. अंहिसा व्यक्ति और समाज, 56 87. आचार्य महाप्रज्ञ, अंहिसा के सन्दर्भ में, 8 88. युगीन समस्या और अंहिसा, 93 89. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग-2.96.7 90. अंहिसा के अछूते पहलु . 51-53 91. लोकतन्त्र : नया व्यक्ति नया समाज, 63-66, 99-100 92. लोकतन्त्र : नया व्यक्ति नया समाज, 84-85. सं. अगस्त 2002 93. नया मानव : नया विश्व, 41-45
94. युवाचार्य महाप्रज्ञ, अहिंसा के अछूते पहलु. 31.32.सं.प्रथम जनवरी. 1989 95-96. लोकतन्त्र : नया व्यक्ति नया समाज, 88-89,85-89
97. आचार्य महाप्रज्ञ, अहिंसा और शांति, 88 सं. 1999 98. अहिंसा के अछूते पहलु, 51-53 99. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग- 2.36 100. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग- 2.60 101. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग- 1.33 102. अहिंसा यात्रा के अमिट पदचिह्न, भाग- 2.25.36 103. महाप्रज्ञ ने कहा-3,33.179 सं. जनवरी,2006 104. अहिंसा प्रशिक्षणः अनुभूतियाँ.129, 2010 105. विज्ञप्ति, 9.15.5. 2004.11
परिवर्तन की सशक्त कड़ी : मूल्य बोध / 345