Book Title: Agam 45 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Part 02
Author(s): Aryarakshit, Jambuvijay
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay

Previous | Next

Page 392
________________ श्री अनुयोगद्वारसूत्रस्य द्वितीयविभागस्य तृतीयं परिशिष्टम् कई कइणो ककुहेणं २० मूलशब्दः सूत्राङ्कादि | मूलशब्दः सूत्राङ्कादि | मूलशब्दः सूत्राङ्कादि ३८५[१-५] | कण्णा २१२ कप्पासियं औपसर्गिकम् २३२ | ०कण्णिए ३५८ | कप्पिंदा १६९गा.१३ ६०४गा.१३४ | कण्हलेसे २३७ कप्पे ३५५[२],३९१४२-७] कइ० ११२[१-२],१९७,३९९ कतरे २५३,२५५,२५७,०कप्पो ३५५[३] २६०[५]गा.३४ | २५९,३३८,३५७,३६२ कप्पोवगे २१६[१६] कइविधा ३९९ | कतरेणं ४७६ कब्बड २६७,४७५ कइविहं ६०४गा.१३४ | कतरेहिंतो ३३८,३५७,३६२ कमति . ३४३[१-५] कई ४४६गा.११६ | कति ४०५त:४०७,४०८[१] | कमल ककुही २७१गा.८३ कति० १०८[१],१२५,१२९, ०कमलं २६२[१०]गा.८१ ४४६ १५२[१],१५६,२६०[१०] | कमलागर० कक्खड० ४३३ गा.४३,४००त: ४०२ कमसो २६०[१०]गा.४७, कक्खडफासगुणप्पमाणे ४३३ | कतिविहा ४००तः४०२ ३३९गा.९९ कक्खडफासणामे २२३ | कतो २६०[१०]गा.४३ कम्म २४४ कक्खडे २२५ कत्तिए २८५ कम्मए ४०५तः४०७, कज्जइ ३९६ कत्तिदासे २८५ ४०८[१,३],४११ कजति ५३,१४६,१८५,१८७, कत्तिदिण्णे २८५ कम्मगसरीरा २८३,३७४,३८१,४७८ कत्तिदेवे २८५/०कम्मगसरीरा ४१८[४], कज्जवए दे०] २९० | कत्तिधम्मे २८५ ४१९[४],४२०[१,४], कजेणं ४४२ | कत्तिय २८५गा.८६ ४२१[१],४२२[२],४२३[४], १४,४८२,५२५ कत्तियाहिं २८५ ४२४[४],४२५[४],४२६[४] कट्ठकम्मे ११,३२,५४,४७९ | कत्तिरक्खिए २८५ कम्मगं २३८ कट्ठकारे ३०४ कत्तिसम्मे २८५ कम्मगा कड ३२५,४७१ कत्तिसेणे २८५/कम्मणामे कडस्स ४४४ कत्थ ४७४ कम्मदार-० ६०६गा.१४३ कडी २७५ कत्थइ २८ कम्मधारए २९४गा.९१,४७६ कडुगा. २९८ कपित्थं ३१२ कम्मधारएणं ४७६ कडुच्छुय[दे०] ३३६ कपिः ३१० कम्मधारयसमासे कडुयरसणामे २२२ | कप्पाणं ३६० ०कम्मपगडीओ ५३३ कडेण २७५ ०कप्पाणं ३५५[३] कम्पपगडीणं २३५,२४३ कडो २१५,४४४ | कप्पातीतए २१६ [१६,१७] | कम्ममासओ ३२८ कणगसत्तरी ४९ कप्पासिए ३०३ | कम्ममासया ३२८ ४१७ ४१२ ३०३ २९७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560