Book Title: Agam 45 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Part 02
Author(s): Aryarakshit, Jambuvijay
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay

Previous | Next

Page 458
________________ १०४ विशेषनाम वक्खार वत्थ २१ वद्धमाण वरुण वंदण वाणमंतर वाणमंतरी वालुयपभा वालुयप्पभा वासहर वासुपुज विजय विजय विमल वियाहपण्णत्ति विरुद्ध विवागसुय वीरियं श्री अनुयोगद्वारसूत्रस्य द्वितीयविभागस्य चतुर्थं परिशिष्टम् (१) सूत्राङ्कादि | विशेषनाम सूत्राङ्कादि | विशेषनाम सूत्राङ्कादि १६९ वुड्ड २१ सामाइय ७१,७४ १६९ वेजयंत ३९६९] | सावग २०३[२] | वेद ४६८ | सिव १६९ वेदिस ३०७ सीतल २०३[२] ७४ | वेसमण २१ सुपास २०३[२] ३५४,३८९ | वेसिय ४९ | सुमती २०३[२] ३८९ | सक्करपभा ३८३[३] | सुविही २०३[२] ३४७[४],३८३[४] सगभद्दिया ४९ | सूर १६९ १६५ | सद्वितंत ४९ सेज्जंस २०३[२] १६९ | सणंकुमार १७३,३५५[३],३९१४] सोहम्म १७३,३५५,३९४२] २०३[२] | समवाअ ५० | हरिवस्स . ३४४,४७५ १६९ समोसरणं २६६ हरिवास ३४४ ३९१[९] सयंभुरमण १६९,४७५ हंभीमासुरुक्ख २०३२] सरमंडल १० हेट्ठिमहेट्ठिमगेवेज ३९१४८] ५० सव्वट्ठसिद्ध ३९१[९] | हेमवअ ४७५ २१ सहस्सार १७३,३५५[३],३९१[७] | हेमवय ३४४ ५० |संती . २०३[२] हेरण्णवय ३४४ २६६ संभव २०३[२] (२) अनुयोगद्वारसूत्रविवरणत्रयान्तर्गतानां विशेषनाम्नां सूचिः चूहा०हे० [= अनुयोगद्वारचूर्णि-हारिभद्रीटीका-मलधारिश्रीहेमचन्द्रसूरिविरचितवृत्ति] मध्ये उल्लिखितानां विशेषनाम्नां पृष्ठाङ्केन सह सूचिः । विशेषनाम पृष्ठाङ्कः | विशेषनाम पृष्ठाङ्कः | विशेषनाम पृष्ठाङ्कः अंजणा चू०हे०२१८ अभयकुमार हे०४५ आनन्दपुर हा०३१,हे०३३ अड्डभरह हा० ४० अभयदेवसूरि हे०६४३ | आवश्यक हे०१८,२३,६१३, अथर्ववेद हे०९४ असोग हा० ४१ ६१४,६२२ अनुयोगद्दार चू० २ असोगसिरि हा० ४१ आवश्यकनियुक्ति-टीका हे०६१७ अनुयोगद्वार हा०३, हे० ५ | आचाराङ्गादि हे० १४ आवश्यकविवरण हा० ९२ अनुयोगद्वारवृत्ति हे०६४४ आचारादि हे०५,१४,१८,९५ आवश्यकादि हे० १५, १९ अनुयोगद्वाराध्ययन हा० ३ | आणंदपुर चू० ३० आयारादि चू० ७, हा० १० अभय हा० ४० | आदित्यबन्धु हे०५८१ | आवस्सगादि चू० ८ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560