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घणा असुर, कुमार नारकीपने, क्रोध समु० भूतकालमें गनती करी और भविष्य में कोई करेगा कोई नहीं करेगा जो करेगा वह सं० अ० अनन्त्री करेगा इसी तरह बावत, वैमानिक तक कहना एवं मान, माया, लोभी समझना ।
असुर कुमार वत् शेष २२ दंडक भी २४ दंडकपर लगा
सेना ।
अल्पाबहुत । (१) समुचय जीवकी
(१) सबसे स्तोक अकषाय वाले
(२) मान समु० वाले अनन्तगुणा
(१) क्रोष
वि०
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(४) माया (१) लोम
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(1) असमोईया
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19
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91
39
99
(२) नारकीकी अल्पा ०
(१) सबसे स्तोक लोभ समृ० वाले
(२) माया समु० वाले सं० गुणा
सं०
(३) मान (४) क्रोध (५) असमोईया
सं०
39
बि०
वि०.
सं०
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सं०
(३) देवताकी अल्पा● (१) सबसे स्तोक कोष समु० वाले
(२) मान समु० वाले सं० गुणा