________________ 152 चरमदाना रहे वह लेके शीलाक पालामें डालदे तब शीलाक पालामें तीन दाने जमा हुवे / जिस द्विप वा समुद्रमें अनवस्थित पाला खाली हुवा था उन्ही द्विप या समुद्र जीतना विस्तारवाला पाला बनाके सरसवके दानासे भरके आगेका द्विप समुद्रमें एकेक दाना डालते डालते चला जावे शेष चरमका दानाशीलाक पालामें डाले तब शीलाकपालामें च्यार दाने जमा हुवे। इसीमाफीक अनवस्थित पाला कि नवीनवी अवस्था होते एकेक दाना शीलाकमे डालते डालते लक्ष जोजनके विस्तारवाला शीलाकपाल भी समपुरण भरा जावे तब अनवस्थित पालाकों जहाँ खाली हूंवा है वहाही छोड दे और शीलाकपालको हाथमे ले के एकदाना द्विपमे एकदाना समुद्रमे डालते डालते शेष एकदाना रहे वह प्रतिशीलाकमे डाल देना अवशीलाक खाली पडा है पीछा अनवस्थितका पाला जो कि शीलकका चरमदाना जिस द्विप या समुद्रमे पडाथा उन्ही द्विप या समुद्र जीतना अनवस्थित पाला वनाके सरसबके दानेसे. भरके द्विप समुद्रमे डालता जावे शेष एक दाना रहे वह फीरसे शीलाकपालामे डाले एकेक दाना डाल के पहले कि माफीक शीलाकको भरदे फीर शीलाक को उठाके एकेक दाना द्विप वा समुद्र में डालते डालते शेष एक दाना रहे वह प्रतिशीलाकमे डाले तब प्रतिशीलाकमे दो दाना जमा हुवे फीर अनवस्थित पालासे एकेक