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दाना डालके शीलाक पालाको भरे ओर शीलकके एकेक दाना प्रतिशीलाकमे डालते जावे इसीमाफीक करते करते प्रतिशीलक पाला लक्ष जोजनके परिमाण वाला भी सीखा साहित भरा जावे तब अनवस्थित ओर शीलाक दोनोको छोडके प्रतिशीलाकको हाथमे लेके एक दाना द्विपमे एक दाना समुद्रमे डालते डालते शेष एक दाना रहे वह महा शीलाकमे डलदेना जीस द्विपमे प्रतिशीलाक पाला खाली हुवा है इतना विस्तारवाला ओर भी अनवस्थितपाला वनाके सरसवसे भरके
आगेके द्विप समुद्रमे एकेक दाना डालता जावे पूर्ववत् अनबस्थितपालासे शीलाकपालाको एकेक दानासे भरदे ओर शीलाक भरा जावे तब शीलाकसे प्रतिशीलाक भरदे और प्रति शीलाक पालासे पूर्ववत् एकेक दना डालते डालते महाशीकको भरदे आगे पांचमो कोइ भी पाला नहीं है इसी वास्ते महाशीलाक पाला भरा हुवा ही रेहेना देवे ओर पीच्छले जो अनवस्थित पालासे शीलाक भरे ओर शीलाक पालासे प्रतिशीलाक भरदे प्रतिशीलाक खाली करनेको अब महाशीलाकपालामे दाना समावेस नही हो शक्ता है वास्ते प्रतिशीलाक भी भारा हुवा रहे और अनवस्थित पालासे शीलाका पाला भर देवे आगे प्रति शीलाकमें दाना समावेश हो नहीं शके इसी वास्ते शीलाक पाला भी भरा हुवा रहे और अनचस्थित पाला भरा हवा है वह शीलाक पालामें दाना समावेश