________________ प्रकाशक:मेघराज मुणोत फलोधि ( मारवाड) -- ॥जलदि किजिये // श्री रत्नप्रभाकर ज्ञानपुष्पमाला संस्थासे स्वरूप समयमें आन तक 11 पुष्प प्रसिद्ध होचुके है कार्य चालु है। जैन सिद्धांतके तत्वज्ञान मय शीघबोध भाग 1-2-34-5-1-7-8-9-10-11-12-13-14-15 हिन्दी मेझर नामो-२०१ आगमोका प्रबल प्रमाणसे 31 विषयका प्रतिपादन किया गया है साथमें त्रण निर्नामा लेखोंका उत्तर भी दिया गया है / किंमत फक्त आठ आना / ___द्रव्यानुयोग प्रथम प्रवेशिका खास पाठशालाभोंमें पढ़ाने लायक है / पाठशालामें टोपल खरचासे ही भेजी जाती है। लिखो:-श्री रत्नप्रभाकर ज्ञान पुष्पमाला। मु० फलोधी-मारवाड। - मुद्रकमूलचन्द किसनदास कापडिया, "जैन विजय " प्रिन्टींग प्रेस, खपाटिया चकला, लक्ष्मीनारायणकी वाड़ी-सरत /