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षट्खंडागम की शास्त्रीय भूमिका
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(६) यदि . क और 2. क स , तो -
और यदि - : क-स, तो-
ब' = ब+
48
|
(७) यदि - क, और दूसरा भिन्न है, तो -
|
बस
ब
+
ख
क
-
स
(८) यदि 1 = क और ... = क - स तो-- (९) यदि १ = क और अ. = क + स तो - ख = बस
- ख
बस = क + स तो- ख = -
क + स
ब
-
भ
(१०) ५ यदि - = क और --- = कतो - क = क -
+ स
ཐ/༔
-
अ
(११)
यदि-
=
क. , और
, और बस
-
कस = क तो-क' = क - -
ब + स
ये सब परिणाम धवला के अन्तर्गत अवतरणों में पाये जाते हैं। वे किसी भी गणित संबंधी ज्ञात ग्रंथों में नहीं मिलते। ये अवतरण अर्धमागधी अथवा प्राकृत ग्रंथों के हैं।
१ भाग ३, पृ. ४६, गाथा २५. ४ भाग ३, पृ. ४९, गाथा ३०
२ भाग ३, पृ.४६, गाथा २८. ५ भाग ३, पृ. ४९, गाथा ३१
३ भाग ३, पृ. ४८, गाथा २९ ६ भाग ३, पृ. ४९, गाथा ३२