Book Title: Shatkhandagam ki Shastriya Bhumika
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati

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Page 610
________________ प्रेयस ९-१३३ १३-२४८ प्लुत फल (राशि) फलराशि फलाचारण ३-१८७, १९० ४-५७, ७१, ३४७ बद्ध-अबद्ध बद्धायुष्क बद्घायुष्कघात बद्धायुष्कमनुष्य सम्यग्दृष्टि ६-२०८ ४-३८३ ४-६९ १२-३०३ बध्यमान बल ४-३१८ बादरयुग्म १०-२३, १४-१४७ बादरयुग्मराशि बादरसाम्यपरायिक बादरस्थिति ४-३९०, ४०३ बाहल्य ४-१२, ३५, १७२ बाह्मतप ८-८६ बामनिवृत्ति १-२३४ बाह्मपंक्ति ४-१५१ बाह्म-वर्गणा १४-२२३, २२४ बाह्मेन्द्रिय ७-६८ बीज १४-३२८ बीजचारण बीजपद ९-५६, ५७, ५९, ६०, १२७ बीजबुद्धि बुद्धभाव १४-१८ बुद्धि १३-२४३ बोधितबद्ध ५-३२३ ६-४९७, ९-३२३ बंध ६-८३, ८५, ५९०, ७-१, ८२; ८-२, ३, ८; १३-७, ३४७, १४-१, २, ३० बंधक ७-१; ८-२; १४-२ बंधकसत्वाधिकार ७-२४ बंधकारण ७-९ बंधन ७-१; ८-२; १४-१ बंधनउपक्रम १५-४२ बंधनगुण १४-३४५ बंधनीय ७-२; ८-२; १४-१, २, ४८, ९६ बंधप्रकृति १२-४९५ बलदेव १३-२६१ बलदेवत्व ६-४८९, ४९२, ४९५, ४२६ बहु ९-१४९, १३-५०; २३५ बहु-अवग्रह ६-१९ बहुब्रीहिसमास बहुविध ९-१५१; १३-२३७ बहुविध-अवग्रह ६-२० बहुश्रुत ८-७२, ७३, ८९ बहुश्रुतभक्ति ८-७२, ८९ बादर १-२४९, २६७, २-३३०, ३३१; ६-६१; ८-११, १३-४९, ५० बादरकर्म १-१५३ बादरकृष्टि १२-६६ बादरनिगोद्रव्यवर्गणा १४-८४ वादरनिगोदप्रतिष्ठित ३-३४८; ४-२५१ बौद्ध

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