Book Title: Shatkhandagam ki Shastriya Bhumika
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati
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मन:पर्यय १-३९४, ३५८, ३६०; १३-२१२ मन:पर्ययज्ञान ६-२८, ४८८, ४९२, ४२५;
१३-२१२, ३२८ मन:पर्ययज्ञानावरणीय ६-२९; १३-२१३ मन:पर्ययज्ञानी ७-८४, ८-२९५ मन:पर्याप्ति
१-२५५ ममत्तीत:आत्तपुद्गल १६-५१५
४-४०९, ४७०, ४७१;
१३-३३२, ३३३, ३४१ मस्कारी
१३-२८८ महाकर्मप्रकृतिप्राभृत ७-१, २; ८-९;
१०-२०; १३-३६, १९६ महाकल्प
१-९८, ९-१९१
मरण
महातप
मध्यमगुणाकार
४-४१ मध्यमघन
१०-१९० मध्यमत्रिभाग
१४-५०२ मध्यमप्रतिपत्ति
४-३४० मध्यमपद ९-६०, १९५; १३-२६६ मध्यलोक
४-९ मनुज
१३-३९१ मनुष्य १-२०३; १३-२९२, ३२७ मनुष्य अपर्याप्त
८-१३० मनुष्यगति १-२०२; ६-६७, ८-११ मनुष्यगतिनाम १३-३६७ मनुष्यपर्याप्त
८-१३० मनुष्यगतिप्रयोग्यानुपूर्वी ४-१७६; ६-७६;
१३-३७७ मनुष्यभाव
१४-११ मनुष्यलोक
१३-३०७ मनुष्यलोकप्रमाण
४-४२ मनुष्यायु
५-४९; ८-११ मनुष्यायुष्क मनुष्यनी
८-१३०
१३-६३ मनोद्रव्यवर्गणा ९-२८, ६७ मनोबली
९-९८ मनोयोग १-२७९, ३०८, ४-३९१;
७-७७, १०-४३७ मनोद्रव्यवर्गणा १४-६२, ५५१, ५५२ मन.प्रयोग
१३-४४ मन:प्रवीचार
१-३३९
महाबन्ध
महापुण्डरीक
९-१०५ १-९८; ९-१९१
१-५८ ४-३६
महामण्डलीक महामत्स्यक्षेत्र महामत्स्यक्षेत्रस्थान
महामह
मनो
महावाचकक्षमाश्रमण
महाराज
महाराष्ट्र महाव्यय
महाव्रत महाव्रती महाशुक्र महास्कन्धस्थान महास्कन्धद्रव्यवर्गणा
१६-५७७
१-५७ १३-२२२
१३-५१ ५-२७७, ९-४१ ८-२५५, २५६
४-२३५ १४-४९५ १४-११७
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