Book Title: Shatkhandagam ki Shastriya Bhumika
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati
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(६९)
षट्खण्ड
९-१३३ षट्षष्ठिपद्
१५-२८२ षट्स्थान ६-२००, १२-१२०, १२१;
२४-४३४ षट्स्थानपतितत्व १६-४९३ षड्वृद्धि
६-२२, १९९ षडंश
४-१७८ षणमास
५-२१ षण्णोकषायोपशामनाद्धा
५-१९० षष्ठवृद्धि
४-१९० षष्ठोपवास
९-१२४
सकल
१३-३४५
सकलजिन सकलप्रक्षेप सकलप्रक्षेपभागहार
सचित्तमंगल
१-२८ सचित्तान्तर
५-३ सत्
१३-९१ सत्कर्म
१३-३५८ सत्कर्ममार्गणा
१६-५१९ सत्कर्मस्थान १२-२२०, २२५,
२३१; १६-४०८ सत्कर्मिक
१५-२७७ सत्ता
१-१२०, १३-१६ सत्प्ररूपणा
१३-९१ सत्यप्रवाद
१-११६, ९-२१६ सत्यभामा
१३-२६१ सत्यमन
१-२८१ सत्यमनोयोग १-२८०, २८१ सत्यमोषमनोयोग १-२८०, २८१ सत्व ४-१४४, ६-२०१; ७-८२ सत्वप्रकृति
१२-४९५ सत्वस्थान
१२-२१९ सदनुयोग
१-१५८ सदुपशम
५-२०७, ७-६१ सदेवासुरमानुष
१३-३४६ सद्भावक्रियानिष्पन्न सद्भावस्थानबन्ध १४-५, ६ सद्भावस्थापना १-२०; १३-१०, ४२;
४-३१४; १४-५ सद्भावस्थापनाकाल
४-३१४ सद्भावस्थापनान्तर सद्भावस्थापनाभाव
५-१८३
१०-२५६ १०-२५५ ९-१४२
सकल प्रत्यक्ष
१२-२६७
९-१३० ९-१६५ २१-७६
१०-४३३
सकल श्रुतज्ञान सकलश्रुतधारक सकलादेश सचित्तकाल सचित्तगुणयोग सचित्तद्रव्यस्पर्शन सचित्तदव्यभाव सचित्तद्रव्यवेदना सचित्तनोकर्मद्रव्यबन्धक सचित्तप्रक्रम
४-१४३ १२-२
१०-७
१५-१५
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