Book Title: Shatkhandagam ki Shastriya Bhumika
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati

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Page 560
________________ (२) अग्र्य १३-२८०, २८८ अणिमा अघातायुष्क ९-८९ अणुक्त ४-३७८ अघाति १६-१७४, ३७४ अतिचार ८-८२ अघातिकर्म ७-६२ अतिप्रसंग ४-२३, २०८, ५-२०६, २०९ अघोरगुणब्रह्मचारी ९-६४ ६-९०, ७-६९, ७५, ७६; ९-६, ५९, ६३ अचक्षुदर्शन १२-१४२ १-३८२, ६-३३ ७-१०१, १०३, १३-३५५; १६-९ अतिवृष्टि १३-३६२, ३३६, ३४१ अतिस्थापना अचक्षुदर्शनस्थिति ५-१३७, १३८ ६-२२५, २२६, २२८ १०-५३, ११०; १६-३४७, ३७५ अचक्षुदर्शनावरणीय ६-३१, ३३ अतिस्थापनावली ६-२५०, ३०९ अचक्षुदर्शनी ७-९८; ८-३१८; १३-३५४ . १०-२८१, ३२०; १२-८५ अचित्तकाल १०-७६ अतीतकाल विशेषित क्षेत्र ४-१४५ अचित्तगुणायोग ९-४३३ अतीतपर्याप्ति १-४१७ अचित्तव्यतिरिक्तद्रव्यान्तर ५-३ अतीतप्रस्थ ३-२९ अचित्तद्रव्यभाव १२-२ अतीतप्राण १-४१९ अचित्तद्रव्यवेदना १०-७ अतीतानागत वर्तमानकाल अचित्तद्रव्यस्पर्शन ४-१४३ विशिष्टक्षेत्र ४-१४८, अचित्तनोकर्मद्रव्यबन्धक ७४ अतीन्द्रिय ४-१५८ अचित्त प्रक्रम १६-१५ अत्यन्ताभाव ६-४२६ अचित्त मङ्गल १-२८ अत्यन्तायोग व्यवच्छेद ११-३१८ अच्युत १३-३१८ अत्यासना १०-४२ अच्युतकल्प ४-१६५, १७०, २०८ अदत्तादान २३६, २६२, १३-३१८ १२-२८१ अद्धा अजीव १३-८, ४०, २०० ४-३१८ अजीवद्रव्य अद्धाकाल ११-७७ अद्धाक्षय अजीवभावसम्बन्ध १४-२२, २३, २५ १६-७० अज्ञान १-३६३, ३६४, ४-४७६; १४-१२ अद्धानिषेकस्थितिप्राप्त १०-११३ अज्ञानमिथ्यात्व अद्धावास ८-२० १०-५०, ५५ अज्ञानिक दृष्टि अद्वैत ९-१७ ९-२०३ अध्यात्म विद्या १३-३६

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