Book Title: Shatkhandagam ki Shastriya Bhumika
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati
View full book text
________________
७-३
नामलेश्या
(४०) नरकगतिप्रायोग्यानुपूर्वी ४-१७५, १९१; । नामजिन ६-७६; १३-३७१ नामनिबन्धन
१५-२ नरकगतिमान १३-३६७ नामनिरुक्ति
१४-३२; नरकपृथिवी
२४-४९५ नामपद
१-७७, ९-१३६ नरकप्रस्तर
१४-४९५ नामप्रकृति
१३-१९८ नरकायुष्क
१३-३६२ नामप्रक्रम
१५-१५ नवग्रैवेयक विमान
४-३८५ नामबन्ध
१४-४ नवविधि
९-१०९, ११०
नामबन्धक नाग १३-३११ नामभाव
५-१८३, १२-१ नागहस्ती १२-२३२; १५-३२७, नाममोक्ष
२६-३३९ १६-५१८, ५२२ नाममंगल
१-१७, १९ नाथधर्मकथा १-१०१
१६-४८४ नानागुणाहानिशालाका ६-१५१; १५२,
नामवर्गणा
१४-५२ १६३, १६५ नामवेदना
१०-५ नानात्व
६-३३२, ४०७ नामसत्य
१-११७ नानाप्रदेशगुणाहानिस्थानान्तर - शलाका
१०-११६ नामसम ९-२६०, २६९; १३-२०३;
१४-८ नानाश्रेणि
१४-१३४ नामसंक्रम
१६-३३९ नाम ६-१३; १३-२६, २०९ नामस्पर्श
१३-३,८; नामउपक्रम
१५-४१ नामस्पर्शन
४-१४१ नामउपशामना
१५-२७५ नामानन्त
३-११ नामकर्म १३-३८, ४०, २६३
नामानन्तर नामकर्मप्रकृति
१३-२०६ नामाल्पबहुत्व
५-२४१ नामकारक
७-२९ नामासंख्यात
३-१२३ नामकाल
४-३१३ नाभेय
१३-३८८ नामकृति
९-२४६ नामोपक्रम
९-१३५ नामक्षेत्र
४-३
नारक ४-५७; १३-२९२, ३९१, ३९२ नामछेदना
१४-४३९ नारकगति
१-२०१
५-१,
Page Navigation
1 ... 596 597 598 599 600 601 602 603 604 605 606 607 608 609 610 611 612 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640