Book Title: Shatkhandagam ki Shastriya Bhumika
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati
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(४२)
नैऋत
निरुपक्रमायु ९-८९ निषेक भागहार
६-१५३ निरुपक्रमायुष्क १०-२३४, २३८ निषेकरचना
१०-४३ निर्ग्रन्थ
९-३२३, ३२४ निशेकस्थिति ६-१६६, १६७ निर्जरा
९-३, १३-३५२ निशेकस्थितिप्राप्त १०-११३ निर्जराभाव
५-१८७ निस्सरणात्मक तैजसशरीर ४-२७ निर्जरित-अनिर्जरित १३-५४ नीचगोत्र
६-७७, ८-९ निर्देश ३-१, ८, ९,४-९, १४४, ३२२; नीचैगौंत्र
१३-३८८, ३८९ १३-९१ नीललेश्या १-३८९; ७-१०४, ८-३२०, निर्माण
८-१०,
३३१; १६-४८४, ४८८, ४९० निर्माणनाम १३-३६६, ३६६ नीलवर्ण
६-७४ निर्लेपन १४-५०० नीलवर्णानाम
१३-३७७ निर्लेपनस्थान १०-२९७, २९८; १४-५२७ ।।
४-३१८ निर्विर्गणा
६-३८५ नैगम ७-२८, ९-१७१, १८१; १०-२२; निर्बर्गणाकाण्डक ६-२१५, ३१६, २१८;
१२-३०३, १३-१९९; १५-२४ ।
११-३६३ नैगमनय १-८४; ८-६; १३-४, ११ निर्वाण
५-३५; १०-२६९ नैयायिक ६-४२०; ९-३२३ निर्वृति ६-४९७, ७-४३६, नैसर्गिकप्रथमसम्यक्त्व ६-४३०
१४-३६३ नोअनुभागदीर्घ
१६-५०९ निर्वृतिस्थान
नोअनुभागहस्व
१६-५११ निर्वत्यक्षर २३-२६५ नोआगम
३-१३, १२३ निर्वेदनी १-१०५; ९-२०२ नोआगमअचितद्रव्यभाव ५-१८४ निर्लेपन १४-५०० नोआगमद्रव्यकाल
४-३१४ निर्लेपनस्थान १०-२९७, २९८, १४-५२७ नोआगमद्रव्यप्रकृति १३-२०४ निषिद्विका १-९८; ९-१९१ नोआगमद्रव्यभाव
५-१८४ निषेक ६-१४६,१४७, १५०; ११-२३७ नोआगमद्रव्यबन्ध १४-२८ निषेकक्षुद्रभावग्रहण १४-३६२ नोआगमद्रव्यबन्धक
७-४ निषेकगुणाहानिस्थानान्तर १६-३२८ नोआगमद्रव्यवर्गणा १४-५२ निषेकप्ररूपणा १४-३२१ नोआगमद्रव्यवेदना
१०-७
१४-३५८
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