Book Title: Shatkhandagam ki Shastriya Bhumika
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati

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Page 589
________________ (३१) जघन्यकृष्टिअन्तर ६-३७६ जया । ४-३१९ जघन्यद्रव्यवेदना १२-९८ जलगता ९-७९ जघन्यपद १४-३९२ जलचर ११-९०, ११५; १३-३९१ जघन्यपदअल्पबहुत्व १०-१८५ जलचारण ९-७९ . जघन्यपद्मीमांसा १४-३९७ जल्लोषधिप्राप्त ९-९६ जघन्यपदस्वामित्व १०-३१ जहत्स्वार्थवृत्ति ९-१६० जघन्यपरीतानन्त ३-२१ जाति १-१७, ३-२५०; ४-१६३, ६-५१ जघन्यपरीतासंख्य जातिनाम १३-३६३, ३६७ जघन्यबन्ध ११-३३९ जातिविद्या ९-७७ जघन्य योगस्थान १०-४६३ जातिस्मरण ३-१५७, ६-४३३ जघन्य वर्गणा ६-१०१ जित ९-२६२, २६८; १३-२०३, १४-८ जघन्य स्थान १२-९८ जिन ६-२४६; ९-२, १० जघन्य स्थिति ६-१८०; ११-३५० जिनपूजा १०-१८९ जघन्य स्थितिबंध ११-३३९ जिनवृषभ १३-३७ जघन्य स्पर्द्धक ६-२१३ जिहेन्द्रिय अर्थावग्रह १३-२२८ जघन्यावगाहना ४-२२, ३३ जिहेन्द्रिय ईहा १३-२३१ जघन्यावधि १३-३२५, ३२७ जिहेन्द्रिय व्यन्जनावग्रह १३-२२५ जघन्यावधिक्षेत्र १३-३०३ ज्योतिष्क १३-३१४ जनपद १३-३२५ ज्योतिष्क जीवराशि ४-१५५ जनपदविनाश १३-३३५, ३४१ ज्योतिष्कसासादनसम्यग्दृष्टिस्वस्थानक्षेत्र जनपदसत्य १-११८ ४-१५० जन्तु १-१२० ज्योतिष्कस्वस्थानक्षेत्र ४-१६० जम्बूद्वीप ३-१; ४-१५०; १३-३०७ ज्योतिषी ८-१४६ जम्बूद्वीपक्षेत्र ४-१९४ जीव १-११९; १३-८, ४० जम्बूद्वीपच्छेदनक ४-१५५ जीवगुणाहानि १०-१०६ जम्बूद्वीपप्रज्ञाप्ति १-११०; ९-२०६ जीवगुणाहानिस्थानान्तर १०-९८, जम्बूद्वीपशलाका ४-१९६ १५-३२८ जयन्त १४-१३ ४-३८६ जीवत्व

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