Book Title: Shatkhandagam ki Shastriya Bhumika
Author(s): Hiralal Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati
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(३)
अधस्तन राशि ५-२४९, २६२ अध्वान
८-८, ३१ अधस्तनविकल्प ३-५२, ७४; ४-१८५ अध्रुव
८-८, १३-२३९ अधस्तनविरलन ३-१६५, १७२ अध्रुव अवग्रह १-१५७, ६-२१ अध्वान
अध्रुव प्रत्यय
९-१५४ अधर्म द्रव्य ३-३, १३-४३, १६-३३ अनक्षरगता
१३-२२१ अधर्मास्तिद्रव्य १०-४३६ अनङ्गश्रुत
९-१८८ अधर्मास्तिकायानुभाव १३-३४९ अनध्यवसाय अधिकार ७-२ अनध्यात्म विद्या
१३-३६ अधिकार गोपुच्छा१०-३८४, ३५७, ३६६ अननुगामी ६-४९९; १३-२६२, २९४ अधिकार स्थिति
१०-३४८ अनन्त ३-११, १२, १५, ४-३३८ अधिगम ३-३९ अनन्तकाल
४-३२८ अधिराज १-५७ अनन्तगुण
३-२२, २९ अधोलोक
४-९, २५६ अनन्तगुण विहीन ३-२१, २२, ९१ अधोलोक प्रमाण ४-३२, ४१, ५० अनन्तगुणवृद्धि ६-२२, १९९; १०-३५१ अधोलोक क्षेत्रफल
अनन्त जीवित
१६-२७४ अध:कर्म
१३-३८,४६, ४७ अनन्त ज्ञान
१६-२९७ अनन्त प्रदेशिक अधःप्रवृत्त ७-१२ अनन्तबल
९-११८ अध:प्रवृत्तकरण ४-३३५, ३५७ अनन्त भागवृद्धि ६-२२, १९९, १०-३५१ ६-२१७, २२२, २४८, २५२; १०-२८०, २८८ अनन्तध्यपदेश
४-४७८ अध:प्रवृत्तकरण विशुद्धि ६-२१४ ।। अनन्तर अध:प्रवृत्तभागाहर १६-४४८ अनन्तरक्षेत्र
१३-७ अध:प्रवृत्त विशोधि
६-३३९
अनन्तरक्षेत्र स्पर्श १३-३, ७, १६ अधःप्रवृत्तसंक्रम ६-१२९, १३०, २८९ अनन्तरबन्ध
१२-३७० १६-४०९
अनन्तरोपनिधा ६-३७०, ३७१, ३८६, ३९८ अधःस्थितिगलन ६-१७०; १३-८०
१०-११५, ३५२; १२-२१४, १४-४९ १६-२८३ अनन्तानन्त
३-१८, १९ अध्यात्म विद्या
१३-३६ अनन्तानुबन्ध
६-४२
अधःप्रम
ता
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