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षट्खंडागम की शास्त्रीय भूमिका
प्रत्यय-तालिक (पृ.१९-२४) गुणस्थन | मिथ्यात्व अविरति
। योग
कषाय
समस्त
सासादन
मिश्र
| आहारद्विक से रहित
१० अनन्तानुबन्धिचतुष्क | आ. द्विक, औ.मि.,
से रहित व कार्भण से रहित
४३
व काम
असंयत
| आहारद्विक से रहित
देशसंयत
१७
प्रमत्त
अप्रत्याख्यानचतुष्क से | आ.द्विक, औ.मि., यम रहित
व कार्मण से रहित
११ प्रत्याख्यानचतुष्क से |आहारद्विक से सहित ___रहित
उपर्युक्त
२४
अप्रमत्त
| आहारद्विक से रहित
उपर्युक्त
अपूर्वकरण अनिवृत्ति करण भा.१
भा.२
नोकषाय ६ से हीन
नपुंसक से हीन
अनिवृत्ति करण मा.३
स्त्रीवेद से हीन
आ.द्विक, औ.मि., वै. व कार्मण से रहित