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माननीय
सर सीताराम
लेखक, श्रीयुत रूपकिशोर
अग्रवाल, बजाज़
माननीय सर सीताराम इन प्रान्तों के प्रमुख व्यक्तियों में हैं। पिछले दस वर्षों से प्रान्तीय कौंसिल के प्रेसीडेंट होते आ रहे हैं और उस पद के सम्मान की आपने बराबर रक्षा की है। इस लेख में लेखक महोदय ने 'सरस्वती' के पाठकों की जानकारी के लिए आपका
संक्षिप्त परिचय दिया है।
माननीय सर सीताराम क्त प्रान्तीय लेजिस्लेटिव ख्याति इन्होंने प्राप्त की है वह वास्तव में प्रशंसनीय है। कौंसिल के अध्यक्ष माननीय इनमें कितना शिष्टाचार और वाणी का माधुर्य एवं 'सर सीताराम जी' का भी शील-संयम है, एक बार साक्षात् होने पर इन सबका पूर्ण
जीवन एक आदर्श जीवन परिचय मिल जाता है। ऐसे महानुभाव का संक्षिप्त
| है। इन्होंने जो समाजोन्नति जीवन-परिचय भी अवश्य लाभदायक और शिक्षाप्रद जाऔ र लोक-हित आदि सार्व- होगा। इसी उद्देश से ये पंक्तियाँ यहाँ लिखी गई हैं। HR
जनिक सेवायें की हैं वे सर्वथा जन्म और वंश-परिचय–सर सीताराम जी का जन्म बनुकरणीय हैं। विद्या-सम्पन्न और वैभव-युक्त होकर सन् १८८५ ई० में मेरठ के प्रसिद्ध अग्रवाल-परिवार पत्थरअपने अविराम उद्योग और सद्भावना के द्वारा जो वालों के यहाँ हुआ था। पत्थरवाले प्रख्यात होने से
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