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प्राकृतव्याकरणे
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मागधी भाषा में, जो ( कार्य होता है ऐसा अब तक ) कहा है, उसके व्यतिरिक्त अन्य ( कार्य ) शौरसेनी भाषा के समान होता है ऐसा जाने । उदा.-'तो'... .... मयुक्तस्य' ( इस नियम के अनुसार :-) पविशदु.. .. 'पशादाय । 'अधः क्वचित्' ( नियमानुसार ):--अले कि... .. 'कलयले । वादेस्तावति' (नियम के अनुसार ) :--मालेध... . आगमे । 'आआमन्त्र्ये'.. ..." 'नः' (नियमानुसार ):भोकञ्चइआ। 'मो वा' ( सूत्र के अनुसार ) :-भो रायं । 'भवद् भगवतोः' ( सूत्र के अनुसार ):--एदु भवं." "माणकिलेशि । 'न वा रॉय्यः' (नियमानसार ):-अय्य एशे... ..'मलयकेदू । 'योधः' ( सूत्र के अनुसार ):---अले... ... कधेहि । 'इहहचोईस्य' ( नियम से ) :-~ोशलध - ""ओशलध। 'भुवो भः' ( सूत्रानुसार ) :-भोदि । 'पूर्वस्य पुरवः' ( नियम के अनुसार ) :-अपुरवे । 'क्त्व इयदूणो' ( नियमानुसार ):---कि खु... ..."दिण्णे । 'कृगमो डडुअः' (नियम के अनुसार ):--कड्डअ, गडुअ । 'दिरिचेचोः' ( सूत्रानुसार ):-अमच्च... .... आगश्चदि । 'अतो देश्च' ( नियमानुसार ) :--अले कि... "'शुणी अदे। 'भविष्यति स्सिः ( सूत्रानुसार ) :-ता कहि... ... भविस्सिदि । 'अतो.. ..."डादू' (नियमानुसार ) -अहं पि... ... 'पावेमि । 'इदानीयो दाणि' ( सूत्रानुसार ) :-शुणध ... .."धविले । 'तस्मात्ता:' ( नियमानुसार ) :-ता... .."पविशामि । 'भोन्त्योण्णो वेदेतोः' ( सूत्रानुसार ):--युत्तं .. णिमं । “एवार्थे य्येव' ( सूत्रानुसार ):मम य्येव । 'हले चेट्याह्वाने' (नियमानुसार ):-चलिके । 'हीमाणहे... ... निर्वेदे' ( सूत्र के अनुसार ):-विस्मय दिखाते समय, उदात्तराघव ( नाटक ) में राक्षस ( कहता है ):-हीमाण हे..."जणणी। निर्वेद ( दिखाते समय ), विक्रा. न्तमीम ( नाटक ) में राक्षस ( कहता है ):-हीमाणहे.' ."दुब्वशिदेण । 'णं नन्वर्थे' ( नियमानुसार ) :-णं अवश... 'लायाणो । 'अम्महे हर्षे' । सूत्रानुसार ) :- अम्महे ... ..'भव । 'हो ही विदूपकस्य' ( सूत्रानुसार ):-ही ही --. ..'वयस्सस्स । 'शेषं प्राकृतवत' ( सूत्रानुसार ), मागधी भाषा में भी, 'दीर्घ ... ."वृत्ती' इस सूत्र से आरम्भ करके 'तो'.. ''मयुक्तस्य' ( ४२६० ) सूत्र के पूर्व तक जो सूत्र ( और ) उन ( सूत्रों ) के जो उदाहरण दिए हैं, उनमें से अमुक सूत्र और उदाहरण जैसे के तैसे मागधी पर लागू पड़ते हैं, ( और ) अमुक सूत्र मात्र इस प्रकार से (मागधी भाषा पर)लागू पड़ते है, ऐसा स्वयं ही विचार करके दिखाए ।
झो नः पैशाच्याम् ।। ३०३ ।। पैशाच्यां भाषायां ज्ञस्य स्थाने जो भवति । पचा। सञ्जा। सव्वो । आनं । विज्ञानं । १. क्रम से :-प्रज्ञा । संशा । सर्वज्ञ । ज्ञान । विज्ञान ।
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