Book Title: Panchsangraha Part 04
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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गाथा ८
मिथ्यात्वगुणस्थानवर्ती बंधहेतुओं के भंग
मिथ्यात्वगुणस्थानवर्ती बंधहेतुओं का प्रमाण मिथ्यात्वगुणस्थानवर्ती बंधहेतुओं के विकल्पों का प्रारूप
गाथा ६
गाथा १०
( २७ )
अनन्तानुबंधी के विकल्पोदय का कारण
गाथा ११
सासादनगुणस्थान के बंधहेतु
सासादनगुणस्थान के बंधहेतुओं के विकल्पों का प्रारूप मिश्रगुणस्थान के बंधहेतु और उनके भंग मिश्र गुणस्थान के बंधहेतुओं के विकल्पों का प्रारूप
गाथा १२
गाथा १३
प्रमत्तसंयत गुणस्थान के बंधहेतु और उनके भंग प्रमत्तसंयतगुणस्थान के बंधहेतुओं के भंगों का प्रारूप अप्रमत्तसंयतगुणस्थान के बंधहेतु और उनके भंग अप्रमत्तसंयत गुणस्थान के बंधहेतुओं के भंगों का प्रारूप अपूर्वकरणगुणस्थान के बंधहेतु
अपूर्वकरण गुणस्थान के बंधहेतुओं के भंगों का प्रारूप
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२४-२६
२४
२६-४०
२७
३८
४१-४२
४१
४२-५६
४२
४६
५०
५५
अविरतसम्यग्दृष्टिगुणस्थान के बंधहेतु और उनके भंग अविरतसम्यग्दृष्टिगुणस्थान के बंधहेतुओं के भंगों का प्रारूप देशविरतगुणस्थान के बंधहेतु और उनके भंग देशविरत गुणस्थान के बंधहेतुओं के भंगों का प्रारूप
५७-७३
५७
६४
६६
७२
७३ - ८१
७३.
७६
७७
७८
७८.
८०
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