Book Title: Panchsangraha Part 04
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
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पंचसंग्रह
meermance
विकल्पगत
कुल भंग
१०
बंधहेतु
हेतुओं के विकल्प | १ वेद, १ योग, १ युगल, १ मिथ्यात्व, १ इन्द्रिय असंयम, अप्र. त्याख्यानावरणादि तीन कषाय, १ कायवध
११
पूर्वोक्त दस और दो काय का वध ६०००० " " , अनन्तानुबंधी , , , भय " , , जुगुप्सा
३६००० । २०८८०० पूर्वोक्त दस तथा कायत्रिक का वध ! १२०००० ,, ,, ,, कायद्विकवध
अनन्तानुबंधी " ) , भय ___" , " जुगप्सा
" , , अनन्ता . भय " , " जुगुप्सा " ,, , भय, जुगुप्सा
५४६६००
११७..
४६८००
४६८००
पूर्वोक्त दस कायचतुष्कवध ,, ,, कायत्रिकवध, अनन्ता.
भय
जगुप्सा ,,,, कायद्विकवध, अनन्ता.
भय ,, ,, ,, जुगुप्सा
६०००० । १५६०००
१२०००० | १२००००
११७००० । ११७०००
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