________________ 14. समास श्रुत : एक से अधिक प्राभृत-प्राभृत का ज्ञान, प्राभृतप्राभृत समास श्रुत कहलाता है | 15. प्रामृत श्रुत : जैसे कई उद्देशों का एक अध्ययन होता है, उसी प्रकार कई प्राभृत-प्राभृतों का एक प्राभृत होता है / उसके ज्ञान को प्राभृत श्रुत कहते हैं। ___16. प्रामृत समास श्रुत : एक से अधिक प्राभृत के ज्ञान को प्राभृत समास श्रुत कहा जाता है | 17. वस्तु श्रुत : कई प्राभृत मिलकर 'वस्तु' अधिकार होता है | उनमें से किसी एक के ज्ञान को वस्तु श्रुत कहा जाता है / 18. वस्तु समास श्रुत : एक से अधिक वस्तु अधिकार के ज्ञान को वस्तु समास श्रुत कहा जाता है | 19. पूर्वश्रुत : अनेक वस्तुओं का एक पूर्व कहलाता है, उनमें से एक का ज्ञान 'पूर्वश्रुत' कहलाता है / 20. पूर्व समास श्रुत : एक से अधिक पूर्व के ज्ञान को पूर्व समास श्रुत कहा जाता है / पारिवारिक शांति AAwathah पारिवारिक सुख-शांति का आधार धन-संपत्ति नहीं संप ही है / जिस परिवार में छोटे सदस्यों के दिल में बड़ों के प्रति आदर-सम्मान की भावना है और छोटों के प्रति प्रेम, वात्सल्य और सहानुभूति की भावना है, उस परिवार को शांति पाने के लिए काश्मीर, माथेरन या कुलुमनाली - जाने की आवश्यकता नहीं है / (कर्मग्रंथ (भाग-1) 89