Book Title: Karmgranth Part 01
Author(s): Vijayratnasensuri
Publisher: Divya Sandesh Prakashan

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Page 219
________________ नमस्कार महामंत्र के अजोड साधक, निःस्पृह शिरोमणि अध्यात्मयोगी पूज्यपाद पंन्यास प्रवर श्री भद्रकरविजयजी गणिवर्य का [ तात्त्विक एवं सात्त्विक हिन्दी साहित्य ) हिन्दी अनुवादक-संपादक मरुधररत्न, हिन्दी साहित्यकार पू. आचार्यदेव श्रीमद् विजय रत्नसेनसूरीश्वरजी म.सा. मूल्य 1. महामंत्र की साधना 150 |5. परम तत्त्व की साधना भाग-3 160 2. नवकार चिंतन 60 6. आत्म-उत्थान का मार्ग भाग-1 125 3. आध्यात्मिक पत्र |7. आत्म-उत्थान का मार्ग भाग-2 175 4. परम तत्त्व की साधना भाग-2 150 8. आत्म-उत्थान का मार्ग भाग-3 150 मूल्य अध्यात्मयोगी पूज्य पंन्यास श्री भद्रंकरविजयजी गणिवर्य ___ श्री के जीवन विषयक हिन्दी साहित्यकार पू. आचार्य श्री रत्नसेनसूरीश्वरजी म.सा. आलेखित हिन्दी साहित्य 1. बीसवी सदी के महान् योगी 300/2. अजातशत्रु अणगार 3. महायोगी पुरुष प्राप्ति स्थान दिव्य सन्देश प्रकाशन, C/o. सुरेन्द्र जैन, 205, सोना चेंबर्स, 507-509, जे .अेस.ओस. रोड, चीरा बाजार, सोनापुर गली के सामने, मरीन लाईंस (E), मुंबई-400 002. Tel. 022-40020120, Mobile : 9892069330 100/ 85/ कर्मग्रंथ (भाग-1)) E1211

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