Book Title: Tilakamanjiri Part 3
Author(s): Dhanpal Mahakavi, Shantyasuri, Lavanyasuri
Publisher: Vijaylavanyasurishwar Gyanmandir Botad

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Page 11
________________ 5 श्रीविजयनेमिसूरीश्वर ग्रन्थमालारत्नम् - ५२ 5 धाराधीशासादितसरस्वतीबिरुदेन विप्रवर्गाग्रगेन कमनीयकवितालतालवालकल्पेन परमार्हतेन धनपालविदुषा विरचिता * तिलकमञ्जरी [ तृतीयो विभागः ] फ्र तदुपरि — पूर्णतल्लगच्छीय-विबुधशिरोमणि - श्रीशान्त्याचार्यविरचितं टिप्पनकम् । तथा शाससम्राट् - सर्वतन्त्र स्वतन्त्र - तपोगच्छाधिपति श्रीमद्विजयने मिसूरीश्वरपट्टालङ्कारेण 'व्याकरणवाचस्पति शास्त्रविशारद - कविरत्न' इतिपदालङ्कृतेन श्रीमद्विजयलावण्य सूरीश्वरेण विरचिता परागनामा विवृतिः । wwwwww.w wwwwwwwwwwww.mmmmmm wwwwwwwwwww 卐 卐 प्रकाशकम् - श्रीविजयलावण्य सूरीश्वरज्ञानमन्दिरम् बोटाद सौराष्ट्र. नेमिसं० ९ वीरसं० २४८४ ] सम्पादक:--- पन्यास प्रवरश्रीदक्ष विजयगणीन्द्रः 卐 卐 "Aho Shrutgyanam" 卐 [विक्रमसं० २०१४

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