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ACKNOWLEDGMENT
ll that is contained in this book has been excerpted, adapted or
translated into English from a number of authentic Jaina texts. Due care has been taken to conserve the essence of Samādhitantram, the Holy Scripture composed by Ācārya Pūjyapāda. Contribution of the following publications in preparation of the present volume is gratefully acknowledged:
1. पं. जुगलकिशोर मुख्तार 'युगवीर' (1996), श्रीमद् देवनन्द्यपरनाम
पूज्यपादाचार्य विरचितम् समाधितंत्रम् ( आचार्य प्रभाचन्द्र कृत संस्कृत
टीका सहितम् ), श्री भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत्परिषद्. 2. आचार्य विशुद्धसागर (2008), समाधितंत्र अनुशीलन, कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ,
इन्दौर, म.प्र. 3. ब्रह्मचारी सीतल प्रसाद (?), समाधिशतक - श्री पूज्यपाद आचार्यकृत. 4. डॉ. जयकुमार जलज (2006), आचार्य पूज्यपाद कृत समाधितन्त्र, हिन्दी ___ग्रन्थ कार्यालय, 9 हीराबाग, सी. पी. टैंक, मुम्बई-400004. 5. पं. जुगलकिशोर मुख्तार 'युगवीर' (2009), श्रीमद्-अमितगति-विरचित
योगसार-प्राभृत, भारतीय ज्ञानपीठ, 18 इन्स्टीट्यूशनल एरिया, लोदी रोड, नई
दिल्ली-110003, चतुर्थ संस्करण. 6. पं. पन्नालाल साहित्याचार्य (1992), आचार्य कुन्दकुन्द देव विरचित
कुन्दकुन्दभारती, समस्त दिगम्बर जैन समाज खेकड़ा (मेरठ), द्वितीयावृत्ति. 7. हिन्दी अनुवादक - पन्नालाल बाकलीवाल (श्रीवीरनिर्वाण संवत् 2495, वि. सं.
2025), श्रीमत्कुन्दकुन्द- स्वामिविरचितः पंचास्तिकायः, श्रीमद् राजचन्द्र
आश्रम, अगास (गुजरात), तृतीयावृत्ति. 8. पं. मनोहरलाल (वि. सं. 1969), श्रीमत्कुन्दकुन्दाचार्यविरचितः प्रवचनसारः,
श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई-2. 9. ब्र. पं. धर्मचन्द शास्त्री (सं. 2049), आचार्य कुन्दकुन्द विरचित रयणसार, ___भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत्परिषद्. 10. सिद्धान्ताचार्य पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री (2013), पंडितप्रवर आशाधर विरचित
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