Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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कथा साहित्य ]
निम्न कथाओं एवं पाठों का संग्रह है ।
कथा का नाम
१. आदिनाथजी का सेहरा- ललितकीति- र० काल X हिन्दी पत्र १ ।
विशेष बाहुनि रारा भी नाम है।
भाषा टीका सहित -
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२.
३. चौवीस ठाण
४. रत्नत्रय कथा
५. अनन्तस्रत कथा
६. दशलक्षण व्रत कथा
७. प्रकाश पंचमी कथा
८. जये जिनवर कथा
६ जिन गुण संपत्ति कथा
१०. सुगंधदशमी कथा११. रविव्रत कथा१२. निर्दोस
कथा—
१३. कर्मविपाक कथा
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—
१४. पद
१५. समोसरन रचना१६. पट दर्शन
१७. रविव्रत कथा - १८. पुरंदरविधान कथा१९. निःशल्य ष्टमी कथा२०. सौ कथा -- २१. पंचमीवत कथा
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कर्ता का नाम
हरिकृष्ण पांडे
35
सवित
हेमराज
अकलंक
हरिकृष्ण
.
SP
"
विनोदीलाल
ब्रह्ममुलाल
X
भाऊ कवि हरिकृष्ण
"
देवेन्द्रभूषण सुरेन्द्रभूषण
। ।
कथा, मादित्यव्रत एवं भावाद्वादशी कथा |
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X
।
- X। प्राकृत हिन्दी पत्र
से २६ तक X १ - x हिन्दी पत्र २६ से २१ तक । २० काल सं० १७६६ हिन्दी | पत्र
२६ से ३१ तक |
२० काल x हिन्दी पत्र मं० ३१ से ३४ तक ।
० काल सं० १७६५
२० काल १७६२ । हिन्दी
हिन्दी पत्र सं० ३४३६ पत्रस० ३६ से ३६ हिन्दी पत्र सं० ३६-४१
L
पत्र ४१ से ४६ तक
पण ४५ से ५३ तक पूर्ण
४२६८. कथाकोश- x । पत्र सं० २७६ विषय - रुया । २० कार्ड X ले० काल X घपूर्ण देहूपंथी मंदिर दौसा
| ।
२० कास सं० १७६८
२० काल X
हिन्दी
२० काल x
हिन्दी
१० काल सं०
१६७६ | हिन्दी | पत्र ५३-५४
२० काल सं० १७७१ हिन्दी पत्र ५४ अपू
२० का X हिन्दी
पत्र ५४ से ५०
पत्र ५८-५२
पत्र ५० से ५३ । २० काल १६६८
[ ४३३
पत्र ६३ पर
पत्र ६३ से ७१ तक
२० का १७६० फागुन सुदी १० पत्र ७१-७२
र० काल X | पत्र ७२-७३
र० काल x 1 पत्र ७३ से ७५
२० काल सं० १७५७ पौष वृदी १० । पत्र ७५-७६
४
४२६२. कथासंग्रह - X १ पत्रसं० ५३ ० कथा २०कात X। तै काल X पूर्ण वेष्टन सं० ३४९ मन्दिर अजमेर |
।
आ० १२ X ११ इव । भाषा - हिन्दी । वेष्टन सं० १३ प्राप्ति स्थान दि० जन ।
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।
भाषा संस्कृत विषय प्राप्ति स्थान- मट्टारकीय दि० जैन
विशेष निम्न कथाओं का संग्रह है -
पुष्पाञ्जली सोलकरण, मेघमाला, रोहिणीत लब्धिविधान, मुकुटससमी, सुगंधदयमी, दशलक्षण