Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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स्तोत्र साहित्य ]
६४. कल्याणमन्दिर स्तोत्र टीका - X भाषा संस्कृत विषय-रोग र०का X ले० काम सं० १०१ प्राप्ति स्थान दि० जैन मंदिर दाना (बूंदी)
विशेष – हिण्डोली नगरे लिखितं ।
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X ४
६८८५. कल्याणमन्दिर स्तोत्र टीका- X पर्ष सं० २० आ० भाषा संस्कृत विषय स्तोत्र र० काम X ने० काल सं० १७८१ सावा बुद्दी ७ पूछें वेष्टन सं० ३२ प्राप्ति स्थान दि० जैन मंदिर दबलाना (बूंदी)
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६८८६. कल्याणमन्दिर स्तोत्र टीका
पत्र० २९१
०
हिन्दी गद्य विषय रतोष ५० काल X1 ले० काल x पूर्ण केन स० २६१
1
जैन मन्दिर अभिनन्दन स्वामी, बुदी ।
[ ७१६
पत्र० ५ १०० ९६४४३ इथ १७१५ मा सुदी १२ पूर्ण बेष्ट सं०
विशेष-पत्र १६ से धागे द्रव्य संग्रह की टीका भी हिन्दी में है।
हिन्दी विषय स्त्री २० काम X
मंदिर लश्कर जयपुर ।
)
६८७७. कल्याणमन्दिर स्तोत्र टीका X, पत्र ० ३ ० भाषा संस्कृत, हिन्दी विषय २० काल सं० x ० का ० X पूर्ण प्राप्ति स्थान - दि० जैन मन्दिर कोटडियों का डूंगरपुर । विशेष- हिन्दी टीका सहित है।
६८८८. कल्याणमंदिर भाषा बनारसीदास पत्रसं० २ । प्रा० x ५ इन्च भाषा ०काल पूर्ण वन सं० ५१२ प्राप्ति स्थान दि० जैन
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विशेष - प्रांत में बनारसीदास कृत तेरह काठिया भी दिया है।
६४५ इंच भाषाप्राप्ति स्थान- वि०
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१० x ४३ इव । बेन सं० १८०-७७॥
६८८. कल्याणमंदिर स्तोत्र भाषा -- x । पत्र सं० ९ । आ० १०३५ इश्च । भाषासंस्कृत हिंदी विषय-रोज २० का । ले० काल सं० १८२५ कार्तिक खुदी १२ पूर्ण वेष्टन सं० २० प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर बोली, कोटा
विशेष- नन्दग्राम में लिखा गया था ।
६०६०. कल्याणमन्दिर स्तोत्र भाषा - श्रथयराज श्रीमाल । पत्रसं० २१ । आ० ११४४ इञ्च भाषा - हिन्दी गद्य विषयस्तो र० काल सं० X | ले० काल X | पूर्ण
ष्ट सं० २३३
प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर दीवानजी कामा ।
६८६१ प्रति सं० २
।
बुदी ५ । पूर्ण । वेष्टन सं० १० ६८६२. प्रति सं० ३ वेष्टन सं०] ११० । प्राप्ति स्थान
० २२ मा० १२४४३ च ० का ० १७२२ चैत्र प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर बड़ा बीस पंथी, दौसा पत्रसं० ३२ प्रा० १०x४ दि० जैन मन्दिर अभिनन्दन स्वामी दी।
मे काल पूर्ण ।
मा०
४ इन्च भाषा - हिन्दी सं० २०६५ सावन बुदी ७
६८१३. कल्याणमन्दिर स्तोत्र वचनिका पं० मोहनलाल पत्रसं० ४० । । विषय स्तोत्र १० काल ९० १९२२१० काल वेष्टन सं० १३१३ प्राप्ति स्थान- म० दि० जैन मन्दिर मे
पूर्ण