Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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६५६ ]
[ ग्रन्थ सूची- पश्चम भाग
६५६६. पूजा संग्रह - X पत्रसं०] ५ से १५ भाषा हिन्दी संस्कृत विषय पूजा २० काज X | ले० काल X। पूर्ख टन ०६७ प्राप्ति स्थान दि०जैन पंचायती मन्दिर भरतपुर ।
८६००. पूजा संग्रह - XI से काम x पूर्ण वेष्टन ०६८
६०१. पूजा संग्रह - X र० काल X। ० काल । पूर्णं ।
पत्रसं०] १४ । श्र० ११४५ इव भाषा संस्कृत विषय-पूआ वेष्टन सं० ५४ । प्राप्ति स्थान- दि० जैन मन्दिर बोरसली कोटा | ८६०२. पूजा संग्रह -X | पत्रसं०] १७८० २४५३ इव भाषा - हिन्दी संस्कृत । विषय-पूजा र०काल X ले०साल सं० १८३३ भादवा हृदी ७ । पूर्णं बेटन सं० ३५६ प्राप्ति स्थान
दि० जैन मन्दिर बोरसली (कोटा)
विशेष- अन्त में नबाई सोनकर का सं० १७२० है । तथा कर्मबुद्धि की चौपई है ।
मानव देश के सुसनेर नगर के जिनालय में भालमचन्द्र द्वारा लिखा गया था।
८६०३. पूजा संग्रह - X
र०काल X। ले० काल X: पूर्ण
(ter) 1
पत्र सं ० ७० भाषा हिन्दी संस्कृत विषय पूजा र० काल X प्राप्ति स्थान दि० जैन पंचायती मन्दिर भरतपुर ।
विशेष – निम्नलिखित पूजाए हैं
अनंत पूजा अक्षयदशमी पूजा, कलिकुण्ड पूजा, शान्ति पाठ (आाशावर) मुक्तानि पूजा, जलयात्रा पूजा, पंचमेरु पूजा तथा कर्मदहन पूजा
।
पसं०] १८ मा० ७५ इन्च भाषा संस्कृत विषय पूजा। वेष्टन० ३६० प्राप्ति स्थानम० दि० जैन मंदिर बोरसली
८६०४. पूजा संग्रह - X विषय - पूजा | र०काल x । ले० काल० से स्थान- दि० जैन मंदिर बोरसली ( कोटा ) । विशेष – ४० पुजाओं का संग्रह है सिद्ध भरि विधान प्राकृत विशेष उल्लेखनीय है ।
विशेष—यूजाओं का संग्रह है।
८६०५. पूजासग्रह -
२० काल x लेखन काल x
बोरसली कोटा ।
विशेष
० १५६ । ग्रा० ६ X ५ इञ्च १६६१ भादवा बुदी ३ । पूर्ण
८६०५. पूजा संग्रह - X | पत्रसं० ७-७४ | श्र० १० X ६ ख २ भाषा-संस्कृत । विषयपूजा । र० काल X | ले०काल X । पूर्णं । न सं० ३६३ । प्राप्ति स्थान- भ० दि० जैन मन्दिर वोरसली (कोटा)।
। भाषा - हिन्दी संस्कृत वेष्टन सं० ३६२ । प्राप्ति
चितामरिण पार्श्वनाथ- शुभचन्द्र गुरुपूज- रतनचन्द
- सामान्य पूजा पाठ का संग्रह है।
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पत्र सं० ०० ग्रा० १०x४] इव भाषा - हिन्दी विषया पूर्ण वेष्टन सं० २२३ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर