Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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ग्रंथ एवं ग्रंथकार
प्रधाकार का नाम ग्रंथ नाम ग्रंथ सूची प्रथाकार का नाम नथ नाम ग्रंथ सूची पत्र सं०
पत्र सं० अकलंक देव . अकलं काष्टक स. १०६
शीलतरगिणी ४१० तत्वाधराजवातिक सं प्रचलकीति
आदिनाथ स्तुति हि०
१०६७ ज्यामधिनिश्चय सं० २५७
अठारह नाते की कथा हि. प्रतिष्ठाकल्प सं. ७
१०७३,१०१८, १७७६ प्रायश्चित शास्त्र सं.
विषापहार स्तोत्र भाषा हि १४१,२१४
प्रायश्चित नथ सं० १८६ अकलंकरविवत कथा हि ४३३
१११४, ११२२, ११४६ प्रकमल
मनोरथ माला हि०११११ शील बत्तीसी हि १४४. अचल साह
वीनती हि. ७७ प्रखपराज श्रीमाल-कल्याण मन्दिर स्तोत्र भाषा
पद हि. ८७७ हनुमच्चरित्र सं० ४१८,
४१४ चौदहगुणस्थान पंचाशिका
अजितप्रम सूरि- शान्तिनाथ परित्र सं०
१.१०,११५२
प्रजयराज
हि० ७१६
० अजित
अर्जुन
प्रादित्यवार कथा प्रा०
११४६ अनन्तवीर्य
प्रमेयरल माला सं० २५६ अनन्तसूरि- न्यायसिद्धान्त प्रमा सं०
२५७ अनुभुति स्वरूपाचार्य-प्रास्यात प्रक्रिया सं०
भूपाल चौबीसी भाषा हिल
७५१ भक्तामर स्तोत्र माषा हि.
७४४ विपापहार स्तोत्र भाषा
हि ७५६ अमर प्रभसूरी- भक्तामर स्तोत्र टीका सं.
७४२ अखंमल
विनती हि० १०७ अखराम
परवांपुर हि १०६२ अखयराम सुहाडिया-मलय सुन्दरी चरित्र भाषा
हि० ३६५
कृदन्त प्रक्रिया सं० ५१२ तद्धित प्रक्रिया सं० ५१३ मट्टीभट्टी प्रक्रिया हि.
५१७ सारस्वत चन्द्रिका सं.