Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
View full book text
________________
पंथ एवं ग्रंथकार ]
ग्रंथकार का नाम नथ नाम नथ सूची प्रकार का नाम नथ नाम ग्रंथ सूची पत्र सं०
पत्र सं० ज्ञानाव भाषा हि जयदेव -
गीत गोविन्द सं०७२० २०१, २०१, २०३ वद्य जयदेव -- पथ्यापथ्य विबोधक सं. तत्वार्थ सूत्र भाषा हि
५७६ ५४, ५५ जयन्त भट्ट
उजर भाष्य सं० ११७३ देव पूजा भाषा हि ८३३ जयमल
हाल संग्रह हि०६६० द्रव्य संग्रह भाषा हिर जयभित्र हल- बर्तमान काध्य अपभ्रश
नित्य पूजा बननिका हिक
श्रीपाल चरित्र प्रपदंश
पं० जयवन्त -
सीमंधर स्वामी स्तवन हि०
अगल दत्तक कथा सं०
नियमसार भाषा हि
७० परीक्षामुख भाषा हि
२५७ प्रमाण परीक्षा भाषा हि०
२५९ भक्तामर स्तोत्र भाषा हि
प्रधोब चितामणि सं०
११६० संबोह सत्तरि प्रा० १५७
जयशेखर---
आदित्यसतीद्यापन पूजा
मं०७८६ पर्चरत्नावलि सं० ४५६ सूर्यवतोद्यापन सं०
१०८४ अनिस हरण कथा हि०
रायणसार बचनिका हि उपा० जयसागर
११६५ षट्याहुड भाषा वननिका
हि. २१६ समयसार भाषा हि
२२७, २२% अजयसागरसर्वार्थ सिद्धि भाषा हिल
५२, १२०४ सामायिक पाट भापा हिल
२४३, १०३५, १०७२ जसिह मुनिजयतिलक सूरि- मलय सुन्दरी चरित्र सं०
३६५, ४६६ जयसेन.... जयतिलक
प्रकृति विच्छेद प्रकरण जवाहरलाल
सं० ५७६ पं० जतिलक- चतुत्रिशत स्तवन सं.
सीताहरणा रास हि
शीलोपदेशमाला
हि.
धर्मरत्नाकर स. १२२ चौबीस तीर्थ कर पूजा
सम्मेदशिखर पूजा हि.
६२४,१०८६