Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Author(s): Kasturchand Kasliwal, Anupchand
Publisher: Prabandh Karini Committee Jaipur
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१३३६ ]
प्रथकार का नाम ग्रंथ नाम
भारती
भारवि-
भारामल्ल
भारती लघु स्तवन सं
भास्कर चार्य
ग्रंथ सूची ग्रंथकार का नाम ग्रंथ नाम
पत्र सं०
७५०
किरातार्जुनीय सं० ३१६
कथाकोश हिन ४३२
६५१
आतरास हि० दर्शनकथा हि० १११९ दानकथा हि
४४६
दानशीलकथा हि० ४४७ निशिभोजन कथा हि०
४५३, ४५४
शीलकथा हिन्
४८८ १०७३, ११२०, ११२२ सप्तव्यसन कथा हि०
भावचन्द्र सूरि-
भावतिलकभावदव सूरिभावमिश्र
भावविजय वाचक प्रत्तरिपादनाच
भावविश्वर
भावशर्मा -
४६३, ४६४ शान्तिनाथ चरित्र सं०
4.
स्तवन हि० ७१५, ११५७
सप्त पदार्थ टीका सं०
८१
दशलक्ष जयमाल पूजा
प्रा०
८२४
७५६
भावसेम
लघुरुतवन [सं०] का तंत्ररूपमाला वृत्ति सं० जीवदया सं *** भायसेन प्रवेश देव - मंत्रप्रकरण सूचक टिप्पण
६२२
ἐπέ नपाल खोई हि० ४९७
पुरन्दर कथा हि० ४६१
भावप्रकाश सं० ५८०
सं० रूपमाला सं ५१५ ज्योतिष ग्रन्थ सं० ५४६ दिनचर्या गृहागम कुतुहल सं #Y
भीष्म
भुवनकीर्ति
भुवनकीर्ति
[ ग्रंथ एवं ग्रंथकार
ग्रंथ सूची
पत्र सं०
पाण्डे राजभुवन
भूषरणमुअरदास
बातुपकरण सं० ५५२ लीलावती सं० ११९७ सिद्धांत शिरोमणी सं०
५६६
५१२
कारक खंडन सं० भक्तारस्तोत्र समस्यापूर्ति
११६५
सं० 'जना चरित्र हि० ३१४
पवनंजय चरित्र हि
बारहमासा की विनती
११००
દિ एकीभाव स्तोत्र भाषा
११२२ ११६८
fifa जवडी हि० जीवदया चंद हि० ११५७ जैन विलास हि०
६६०.
१०७३
जैन शतक हि० १०११.
१०४१
१०४२,
(यूवर शतक) १०४४, १०३९, १०६०, १०७१. १०७३, १०७४
१०७९, १०८१, १११४,
११३३, ११५३, ११२३ नरकदुःख वन ६ि०
१२१ पद हि० १०४७, १०५३
पंच इाद्री चौपई हि०
१०७२
८५६ ८७६,८१
पंचमेपूजा हि०
पार्श्वनाथ कवित्त हि०
६६८
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